भोपाल। राजधानी की होशंगाबाद रोड पर 5 करोड़ की लागत से बनाए गए साइकिल ट्रैक (Cycle Track) की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं. आर.आर.एल तिराहे से मिसरोद तक बना 12 किलोमीटर लंबा यह साइकिल ट्रैक (Cycle Track) काफी जर्जर (damaged) हो चुका है. ट्रैक पर कई बड़े-बड़े गड्ढे बने हुए हैं. स्टेंड में रखी ई-साइकिल (E-cycle) भी खड़े-खड़े धूल खा रही हैं, कई स्टॉपर (Stopper) भी टूट चुके हैं. स्थिति यह है कि ट्रैक पर अब लोग पैदल चलना ज्यादा महफूज समझते हैं. पिछले साल साइकिल ट्रैक की सफाई और मेंटनेंस (Maintenance) का ठेका भी दिया गया था. 35 लाख रुपए की रकम भी खर्च की गई, इसके बाद भी ट्रैक की स्थिति बेहद खराब हो चुकी है.
5 करोड़ की लागत से बना साइकिल ट्रैक जर्जर
होशंगाबाद रोड पर 5 करोड़ की लागत से बने साइकिल ट्रैक की स्थिति बदहाल हो चुकी है. साइकिल प्रेमियों के लिए बनाया गया रेड कलर का स्मूद ट्रैक अब गड्ढों की भेंट चढ़ता जा रहा है. ट्रैक पर हर जगह कुछ दूरी पर गड्ढे, कीचड़ और जानवरों का अड्डा नजर आता है. इससे ट्रैक पर साइकिल चलाना तो दूर, चलना भी मुसीबत बन गया है. स्मार्ट सिटी इस साइकिल ट्रैक को शहरवासियों के लिए एक बेहतरीन सौगात बताता आया है, लेकिन 6 किलोमीटर लंबे इस ट्रैक के मेंटेनेस के लिए कुछ नहीं किया जा रहा. इस ट्रेक को आकर्षित बनाने वाला लाल रंग भी अब फीका पड़ने लगा है.
ठेका देने के बाद भी स्थिति खराब
कई खामियों के बाद भोपाल स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन ने 45 लाख रुपए की लागत से साइकिल ट्रैक के रंग-रोगन समेत बाकी कार्य कराए थे. साल 2020 में दो साल के लिए इंदौर की एक प्राइवेट फर्म के.एम.जे कंपनी को साइकिल ट्रैक की सफाई और मेनटनेंस का ठेका भी दिया. 35 लाख रुपए में यह ठेका तय किया गया था. जिसके अनुसार, साइकिल ट्रैक पर होने वाली गंदगी समेत बाकी व्यवस्थाओ का ध्यान रखा जाना था. ठेका देने के बाद भी कंपनी ने सही तरीके से साइकिल ट्रैक का मेंटनेंस नहीं रखा.