भोपाल। नगर निगम को एक नवंबर से करोड़ों रुपए का फायदा होने वाला है. एक नवंबर से निगम के चार और पेट्रोल टैंक शुरू होने जा रहे हैं. जिसके बाद नगर निगम को यह फायदा होगा.
भोपाल में फिलहाल नगर निगम का एक पेट्रोल टैंक है, जहां नगर निगम की 1,500 गाड़ियों का डीजल भरा जाता है. इन गाड़ियों में 1 महीने में करीब चार करोड़ का डीजल भरा जाता है. मतलब साल में करीब 50 करोड़ का डीजल वाहनों में भरा जाता है. एक पेट्रोल पंप होने के कारण नगर निगम को साल में 8 से 10 करोड़ का नुकसान हो रहा है, क्योंकि निगम की गाड़ियां शहर के किसी भी कोने में हो लेकिन उसे डीजल भराने माता मंदिर के पास पेट्रोल पंप पर आना होता है. जिसके कारण गाड़ियों को काफी दूरी तय करनी होती है और डीजल की खपत बढ़ जाती है.
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नगर निगम कमिश्नर का कहना है कि पेट्रोल पंप शुरू होने के बाद 15 से 20 फ़ीसदी ईंधन की बचत होगी. 8 से 10 करोड़ रुपए का निगम को फायदा होगा. गाड़ियां बैरागढ़ से लेकर कोकता तक, ट्रांसपोर्ट नगर, दानापानी जैसे इलाकों से आती हैं. जो पेट्रोल पंप तक आने-जाने में 40 किलोमीटर तक की दूरी तय करती है. जिससे बेवजह का डीजल खर्चा होता है. इसके अलावा इन गाड़ियों के एक जगह से दूसरी जगह पहुंचने पर शहर में ट्रैफिक की स्थिति भी बनी रहती है. अयोध्या बायपास क्षेत्र के वाहन डीजल के लिए लिंक रोड तक नहीं आएंगे. वह अपने क्षेत्र में ही ट्रांसपोर्ट नगर से डीजल ले सकेंगे. होशंगाबाद रोड कोलार मिसरोद क्षेत्र से जुड़े निगम के बाहर दानापानी ट्रांसफर स्टेशन से तो, पुराने शहर के आरिफ नगर स्टेशन से डीजल ले सकेंगे. बैरागढ़ ट्रांसफर स्टेशन का लाभ गांधी नगर बैरागढ़ से जुड़े वार्ड के निगम वाहनों को मिलेगा. ऐसे में निगम को प्रति माह 20 हजार लीटर तक डीजल की बचत होने की उम्मीद.