भोपाल। बीजेपी के क्षेत्रीय संगठन महामंत्री और प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा ने बीजेपी दफ्तर में बैठक की. उनके साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे. चिंतन इस बात का हुआ कि नाराज नेताओं को नहीं मनाया गया तो पार्टी को विधानसभा चुनाव में इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा. लिहाजा अब जो रूठे नेता हैं पार्टी उन्हें मनाने की पूरी कोशिश करेगी. संगठन महामंत्री अजय जामवाल ने दीपक जोशी के मुद्दे पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया और कहा कि ''बेहतर होगा आप प्रदेश संगठन महामंत्री और अन्य पदाधिकारी से इस बारे में पूछे.''
वरिष्ठ नेता भंवर सिंह शेखावत लगातार हमलावर: पूर्व विधायक भंवर सिंह शेखावत ने मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव पर हमला बोलने का क्रम जारी रखा है. उन्होंने कहा कि दत्तीगांव मेरे मामले में क्या काउंटर जवाब देंगे. शेखावत ने आरोप लगाया कि ''दत्तीगांव माफिया है, पुलिस उनके विरुद्ध आपराधिक मामलों में कार्रवाई नहीं कर रही है. जहां तक संगठन में तलब का मामला है तो उन्होंने कहा अभी तक उन्हें पार्टी ने तलब नहीं किया, सुधर जाओ नहीं तो सब कुछ बिगड़ जाएगा.
सोशल मीडिया में समर्थन और विरोध के स्वर: बीजेपी में वरिष्ठ नेताओं के संतोष और पार्टी छोड़ने की कवायद के बीच सोशल मीडिया में जमकर बहस शुरू हो गई है. दीपक जोशी के पार्टी छोड़ने के पूर्व कई कार्यकर्ताओं ने यह कहकर रोकने का आग्रह किया कि वे भी 35 से 40 साल से बिना पद के पार्टी की सेवा कर रहे हैं. कुछ ने कमेंट भी किए, कि जिन्हें सत्ता का सुख मिला है वही पार्टी छोड़कर जा रहे हैं, जिन्हें पद नहीं मिला वे समिति में ही शामिल होकर संतुष्ट हैं.
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रूठों को मनाने का सिलसिला जारी: पार्टी के साथ मुख्यमंत्री शिवराज भी एक्टिव हो गए हैं. असंतुष्ट नेताओं से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मुलाकात करेंगे और उन्हें समझाने की कोशिश करेंगे. बता दें कि विधानसभा चुनाव से पहले नाराज नेता बीजेपी की बड़ी मुसीबत बन गए हैं. पार्टी के सामने मुश्किल बढ़ गई है और ये सारी नाराजगी चुनाव के पहले की है. इन नेताओं को अब डर ये है कि सिंधिया समर्थकों की दावेदारी फिर रहेगी, इसके चलते इन नेताओं का भविष्य संकट में हैं. लिहाजा सभी ऐसे नेता पार्टी पर दवाब बनाकर अपनी बात मनवाने का दवाब बना रहे हैं. प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, संगठन महामंत्री अजय जामवाल और शिव प्रकाश ने भी लगातार असंतुष्ट नेताओं से प्रदेश बीजेपी कार्यालय में 121 चर्चा की.