भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने बीजेपी की प्रचंड जीत पर प्रदेश और केन्द्र के बीजेपी नेतृत्व को बधाई तो दी लेकिन इस मुबारकबाद में उन्होंने सीएम शिवराज का एक बार भी नाम नहीं लिया.उन्होंने जीत का पूरा श्रेय पीएम मोदी की गारंटी और अमित शाह की रणनीति को दिया. उमा भारती को इस बार बीजेपी की स्टार प्रचारकों की सूची से बाहर रखा गया था इसके बाद उन्होंने काफी नाराजगी भी जताई थी.
उमा ने क्यों नहीं लिया शिवराज का नाम: उमा भारती ने ट्विट कर बीजेपी को मिली बंपर जीत की बधाई दी. इस बधाई में उन्होंने सीएम शिवराज को क्रेडिट नहीं दिया. हांलाकि उन्होंने लाड़ली बहना योजना का नाम लिया लेकिन उसका क्रेडिट सीएम शिवराज को नहीं दिया. उमा भारती ने कहा कि अमित शाह जी की रणनीति, मोदी जी की गारंटी और लाड़ली बहना के आर्शीवाद ने वोंटो की बरसात कर दी है. सबको बारंबार बधाई मतदाताओं और कार्यकर्ताओं का अभिनंदन.
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दोनों साध्वियां प्रचार से दूर रहीं : बीजेपी एमपी के स्टार प्रचारकों की सूची में इस बार उमा भारती का नाम नहीं था. इसे लेकर उन्होंने अपना एतराज भी जताया था. लेकिन पार्टी में प्रदेश नेतृत्व से लेकर राष्ट्रीय नेतृत्व ने इस पर गौर नहीं किया. साध्वी उमा भारती से लेकर भोपाल की सांसद प्रज्ञा ठाकुर तक दोनों ही साध्वियां इस बार एमपी में बीजेपी के चुनाव प्रचार से दूर रहीं.
2003 में उमा के नेतृत्व में आई थीं 173 सीटें: 2003 के विधानसभा चुनाव में एमपी में सत्ता पलट का श्रेय उमा भारती को ही जाता है. तब बीजेपी ने रिकॉर्ड 173 सीटें जीती थी. उसके बाद 2008 ,2013 और 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी इस आंकड़े को नहीं छू पाई. 2023 के विधानसभा चुनाव में उस आंकड़े के करीब तक पहुंची है पार्टी. हांलाकि इस बार प्रदेश नेतृत्व से ज्यादा राष्ट्रीय नेतृत्व ने चुनाव में ताकत झौंकी थी.