भोपाल। राजधानी भोपाल में ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए सरकार और प्रशासन कोशिशों में जुटा है और काफी हद तक प्रशासन ने ऑक्सीजन की आपूर्ति सामान्य करने का सफल प्रयास भी किया है. जिसके बाद से राजधानी और मध्य प्रदेश में तेजी से ऑक्सीजन की सप्लाई सामान्य होती जा रही है.ऑक्सीजन की आपूर्ति और उसके ट्रांसपोर्टेशन को लेकर शनिवार को हुई बैठक के बाद प्रशासन ने दावा किया है कि 20 अप्रैल तक मध्य प्रदेश को 450 टन ऑक्सीजन मिलने लगेगी.
- औद्योगिक इकाईयों से खाली सिलेंडर लिए
राजधानी भोपाल में कोरोना महामारी के चलते अस्पतालों में भर्ती लोग रेमडेसिविर इंजेक्शन के बाद सबसे ज्यादा परेशान ऑक्सीजन के लिए हैं. पिछले कुछ दिनों में राजधानी भोपाल में ऑक्सीजन नहीं मिलने के कारण अस्पतालों में कई लोगों की मौत हो चुकी है. ऐसी स्थिति में औद्योगिक इकाइयों के लिए ऑक्सीजन सप्लाई भी रोक दी गई है और उनके पास से खाली सिलेंडरों को भी सरकार ने जरूरत के हिसाब से उनसे वापस मांग लिया है. बताया गया है कि स्थिति सामान्य होने पर उनके खाली सिलेंडर उन्हें वापस कर दिए जाएंगे.
ऑक्सीजन सप्लाई में सुधार
राजधानी भोपाल में पिछले 2 दिनों में ऑक्सीजन की समस्या को काफी हद तक हल कर लिया गया है. अधिकारियों के अनुसार राजधानी में अब कहीं भी पहले जैसी ऑक्सीजन की कमी नहीं है. शनिवार को हुई बैठक के बाद यह दावा किया गया है कि 20 अप्रैल तक मध्य प्रदेश को 450 टन और 30 अप्रैल तक 700 टन ऑक्सीजन मिलने लगेगी.
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- यहां आसानी से मिल सकती है ऑक्सीजन
राजधानी भोपाल में ऑक्सीजन की आपूर्ति शासकीय और निजी अस्पतालों में सामान्य करने के लिए शासन ने एक सूची जारी की है. जिसमें मेडिकल ऑक्सीजन देने वाले सेंटर के नाम और उनकी उपलब्ध क्षमता और मोबाइल नंबर दिए गए हैं. जिससे जरूरत पड़ने पर निजी अस्पताल और होम आइसोलेट लोग ऑक्सीजन सिलेंडर को रिफिल करा सकते हैं. इसके अलावा कुछ फोन नंबर भी जारी किए गए हैं जिनपर ऑक्सीजन सप्लाई के लिए संपर्क कर सकते हैं.