भोपाल। भोपाल पुलिस ने बच्चियो का अपहरण कर बेचने की तैयारी कर रही गैंग को पकड़ने में बड़ी सफलता हासिल की. भोपाल पुलिस कमिश्नर ने इस पूरे मामले में 30 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया. गैंग के सदस्यों के तार मानव तस्करी गिरोह से जुड़े हैं. इसके अलावा जिन लोगों के बच्चे नहीं हैं, उन्हें उपलब्ध कराने के मामले की जांच भी पुलिस कर रही है. इस गैंग से एक महिला डॉक्टर के जुड़े होने की जानकारी पुलिस को मिल रही है. उसकी तलाश में पुलिस जुटी है.
डीजीपी ने पुलिस को सराहा : डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना ने इस अंतरराज्यीय बच्चा चोर गिरोह का भंडाफोड़ करने वाली पुलिस टीम के काम को सराहते हुए उन्हें बधाई दी है. मामले का खुलासा करने वाले पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को डीजीपी ने कार्यालय बुलाकर उनका सम्मान किया है. बता दें कि भोपाल के थाना कोतवाली स्थित माता मंदिर के सामने से बीते शनिवार को कन्याभोज के बहाने दो महिलाएं 11 महीने की दीपावली और 8 साल की बड़ी बहन काजल को अगवा कर ले गई थीं. 60 घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस ने कोलार रोड स्थित इंग्लिश विला सोसायटी के मकान से बच्चियों को बरामद किया था.
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गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश : इस मामले में गिरोह चलाने वाली मुख्य आरोपी अर्चना सैनी उसके लिवइन पार्टनर निशांत रामास्वामी बेटे सूरज बेटे की गर्लफ्रेंड मुस्कान और नाबालिग बेटी को गिरफ्तार किया था. आरोपियों के पास से 3 महीने और ढाई साल की दो और बच्चियां मिली थीं. जिनके बारे में महिला का कहना था कि दिल्ली एनसीआर की एक महिला डॉक्टर ने उसे रखने के लिए दिया था. अब पुलिस जिस महिला अथवा दंपती से अगवा बच्चियों की सौदेबाजी की जा रही थी, उनका भी पता लगाया जा रही है.