भोपाल। पिछले कई दिनों से कृषि कानून के विरोध में लगातार विरोध प्रदर्शन चल रहा है. इसी कड़ी में भोपाल गैस पीड़ित संगठन भी इस कानून के विरोध में सड़कों पर उतर गए हैं. यूनियन कार्बाइड कारखाने के सामने किसानों के समर्थन में जमकर प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन में गैस पीड़ित महिलाएं भी शामिल हुईं, जिन्होंने प्राइवेट कंपनियों का विरोध किया. साथ ही कानून को रद्द करने की मांग की.
गैस पीड़ित संगठन के सदस्य इस कानून को किसानों का हितैषी नहीं बताकर प्राइवेट कंपनी को मुनाफा देने वाला बता रहे हैं. गैस पीड़ितों के साथ प्रदर्शन कर रहीं रचना ढींगरा का कहना है कि भोपाल की जनता को 36 साल में अभी तक न्याय नहीं मिल पाया, क्योंकि सरकारों को प्राइवेट कंपनी के हित हमेशा से महत्वपूर्ण रहे हैं. वहीं इस कृषि कानून से अम्बानी को फायदा पहुंचाया जा रहा है. इस कानून से भोपाल ही नहीं देश की 80 फीसदी जनता प्रभावित होगी, जिसका गैस पीड़ित संगठन विरोध कर रही है.
27 दिसंबर को करेंगे थाली बजाकर प्रदर्शन
गैस पीड़ित संगठन ने आज कृषि कानून के विरोध में अपना विरोध दर्ज कराया. संगठन के सदस्यों ने कहा कि अब वह 27 दिसंबर को प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात कार्यक्रम के समय, भोपाल में यूनियन कार्बाइड कारखाने के सामने थाली बजाकर प्रदर्शन किया जायेगा. साथ ही दिल्ली आंदोलन में भी शामिल होने के लिए गैस पीड़ित संगठन विचार कर रहे हैं.