भोपाल। EOW ने काली मिर्च में मिलावट करने वाली कंपनी नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (NCDEX) मुंबई के सीईओ आर रामाशेषन के खिलाफ प्राथमिक जांच पंजीबद्ध की है. आरोप है कि काली मिर्च में मिलावट को लेकर इस कंपनी ने कुल 72 करोड़ का घोटाला किया है. संभवत ये पहली बार है कि, जब काली मिर्च में हुई आर्थिक अपराध की जांच EOW करेगा.
मध्यप्रदेश EOW ने काली मिर्च में मिलावट को लेकर हुए 72 करोड़ के घोटाले में प्राथमिक जांच पंजीबद्ध की है. इस मामले में NCDEX के सीईओ आर रामाशेषन और अन्य को आरोपी बनाया है. NCDEX कंपनी खाद्य सामग्री की गुणवत्ता की गारंटी लेता है और अलग-अलग ग्रेड तय कर गुणवत्ता का प्रमाण पत्र देता है. आरोप है कि 1729.91 टन मिलावटी काली मिर्च को ए ग्रेड का प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया.
इस काली मिर्च में मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक जला हुआ ऑयल मिलाया गया था. कंपनियों ने जब ये मिलावटी काली मिर्च बेची तो कई कंपनियों के अरबों रुपए बाजार में फंस गए. इस मामले में बैतूल ऑयल लिमिटेड कंपनी के 72 करोड़ रुपए फंसे हुए हैं बैतूल की इसी कंपनी ने EOW से इस मामले की शिकायत की है.
बता दें कि NCDEX सामग्री का मुख्य विक्रेता है. NCDEX से खरीदी जाने वाली सामग्री उच्च गुणवत्ता की होने की गारंटी प्रबंधन लेता है. इसकी विश्वसनीयता के कारण ही देशभर की कंपनियां और सरकारें NCDEX की वेबसाइट से ऑक्शन दरों पर सामग्री खरीदते हैं. बताया जा रहा है कि, इस मामले में पहले भी केरल सरकार ने जांच करवाई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. अब EOW इस मामले में हुए भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी सहित कई बिंदुओं पर जांच करेगा. माना जा रहा है कि जल्द ही EOW इसमें एफआईआर दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी करेगा.