भोपाल। राजधानी भोपाल में एक युवक फिर से लोन दिलाने के नाम पर ठगी का शिकार हुआ है. दरअसल ठगों ने युवक को दो लाख का लोन दिलवाने के नाम पर एक बैंक खाता खुलवाया और बैंक खाता खुलवाने के बाद उसका एटीएम और पासबुक अपने पास रख ली. उससे कहां की लोन की प्रोसेसिंग के लिए इसकी जरूरत पड़ेगी और लोन हो जाने के बाद यह तुम्हे दे दी जाएगी. युवक का लोन तो नहीं हुआ लेकिन उसके खाते में ₹27 लाख रुपए का लेनदेन हो गया. जानकारी मिलते ही युवक थाने पहुंचा और इस पूरे मामले में उसने शिकायत दर्ज कराई है.
2 लाख के लोन का दिया झांसा: राजधानी भोपाल के पिपलानी थाने के थाना प्रभारी अजय नायर ने बताया कि ''थाना क्षेत्र में रहने वाला एक युवक राज मकोरिया पिपलानी थाना क्षेत्र में ही एक दुकान पर काम करता है. उसका एक दोस्त है जिसने उसे बताया कि एक नई लोन स्कीम आई है. जिसमें अगर आपकी सैलरी कम भी है तो आपको ₹2 लाख तक का लोन मिल जाता है. क्योंकि राज को यहां केवल 6000 रुपये मिलते थे तो उसे यह बात अच्छी लगी कि कम सैलरी होने के बाद भी उसे ₹2 लाख तक का लोन मिल जाएगा. उसने अपने दोस्त आर्यन से कहा कि मुझे भी इस स्कीम में लोन दिला दो, इसके बाद आर्यन ने उसे सारे दस्तावेज लेकर अगले दिन इंद्रपुरी के केनरा बैंक के पास बुलवाया.
एटीएम एक्टिवेट के लिए मोबाइल का किया उपयोग: आर्यन की बताई जगह पर राज अपने सारे दस्तावेज लेकर पहुंच गया. वहां पर उसे रश्मि नाम की महिला मिली और उसके साथ उसके पति का दोस्त शिवम मिला. इन दोनों ने राज को भरोसे में लेकर केनरा बैंक में ₹1000 जमा करवाकर राज का खाता खुलवाया और लोन प्रोसेस कराने के नाम पर ₹2000 उससे नगद लिए. इसके बाद जब बैंक में खाता खुल गया तो उन्होंने वहीं मिले एटीएम को एक्टिवेट करने के लिए राज के मोबाइल नंबर का उपयोग किया. परंतु उससे कहा कि कोई तकनीकी प्रॉब्लम है और खाता नया है, इसलिए तुम्हारे नंबर पर ओटीपी नहीं आ रहा है. यह बोलते हुए उन्होंने अपने दूसरे नंबर पर ओटीपी लेकर एटीएम को एक्टिवेट कर लिया. जो ₹2000 नगद लिए थे वह उन्होंने लोन प्रोसेस कराने के लिए शिवम को दे दिए. इसके बाद एटीएम और पासबुक भी अपने पास रख लिया. कहां की लोन हो जाने के बाद यह दोनों चीजें आपको दे दी जाएंगी.
खाते में 27 लाख से अधिक का ट्रांजैक्शन: राज ने पुलिस को शिकायत में बताया कि यह पूरी घटना 1 फरवरी की है. जब 2 महीने बाद लोन के विषय में कोई जानकारी नहीं मिली तो पता लगाने के लिए वह केनरा बैंक पहुंचा. केनरा बैंक पहुंचने के बाद जब उसने अपने खाते के बारे में पूछताछ की थी कि उसमें कोई लोन अमाउंट आया है, तो बैंक कर्मचारियों ने उसे बताया कि पिछले डेढ़ महीने में उसके खाते में ₹27 लाख से अधिक का ट्रांजैक्शन हो गया है और सेविंग अकाउंट में अधिक ट्रांजैक्शन होने की वजह से उसका खाता लॉक कर दिया गया है.
पुलिस ने किया केस दर्ज: राज ने बैंक से बाहर निकलते ही रश्मि को फोन लगाया और कहां की मेरे खाते में ट्रांजैक्शन कैसे हो गया, तो उसने कहा कि यह सब काम शिवम राजपूत का है. शिवम मुलतः बिहार का रहने वाला है. राज की शिकायत पर पुलिस ने शिवम राजपूत के खिलाफ मामला दर्ज लिया है. पुलिस को आशंका है कि साइबर फ्रॉड करने के लिए इस तरह के खातों का प्रयोग किया जा रहा है. हो सकता है कि शिवम के तार ऐसे लोगों से जुड़े होंगे जो कि साइबर क्राइम करके पैसों के लेनदेन के लिए इस तरह के खाते खुलवा कर उनका प्रयोग करते हैं. भोपाल में ही बरखेड़ा पठानी में रहने वाले एक युवक के साथ अभी 15 दिन पहले भी इसी तरह का एक मामला सामने आया है जिसमें उसके खाते में काफी बड़ी मात्रा में पैसों का लेनदेन किया गया, वह शिकायत भी अभी जांच में चल रही है.