भोपाल। भोपाल की साइबर क्राइम ब्रांच के हाथ बड़ी सफलता लगी है. रिलायंस फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड से लोन दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह के सदस्यों को साइबर क्राइम पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया है. उनके पास से मोबाईल फोन, लैपटाप, राउटर और फर्जी सिम बरामद हुआ है. मास्टरमाइंड दिल्ली में नेशनल सीड कॉरपोरेशन का इंजीनियर है, वह अपने दो साथियों के साथ मिलकर अब तक 280 लोगों से 25 लाख रुपय की ठगी कर चुका है.
दिल्ली से करता था कॉल सेंटर संचालित
नेशनल सीड कॉरपोरेशन में इंजीनियर प्रशांत कुमार पाटिल दिल्ली के पीतमपुरा में कॉल सेंटर संचालित कर बेरोजगार युवाओं को लोन दिलाने के नाम पर अपना शिकार बनाता था. इस काम में योगेश पाल और गौरव शर्मा उसका साथ देते थे. एक युवक ने भोपाल की साइबर क्राइम ब्रांच में धोखाधड़ी की शिकायत की थी, जिसके बाद साइबर क्राइम की टीम दिल्ली पहुंची और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर सामान जब्त कर लिया है.
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खुद के साथ हुआ फ्रॉड तो बन गया ठग
पुलिस ने बताया कि इंजीनियर प्रशांत कुमार पाटिल के साथ सात महीने पहले ठगी हुई थी. इससे आईडिया लेकर वह दो साथियों के साथ ठगी करने लगा. वह लोग जरूरतमंदों से सम्पर्क करते और रिलायंस प्राइवेट लिमिटेड से लोन दिलाने के नाम पर अलग-अलग चार्ज बताकर पैसे वसूलते थे. आरोपी ने बताया कि उसकी गर्लफ्रेंड है और ठगी के पैसों को वह अय्याशी में खर्च कर देता था.
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