भोपाल। शहर में क्राइम ब्रांच पुलिस ने ड्रग्स के इंजेक्शन बेचने वाले चार लोगों को गिरफ्तार किया है. क्राइम ब्रांच को मुखबिरों से जानकारी मिली थी, जिसके आधार पर टीम ने गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने छोला बजरिया सहित कई थाना क्षेत्रों में कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. इस दौरान पुलिस ने ड्र्ग्स लगाने वाले करीब 184 इंजेक्शन मौके से जब्त किए हैं. फिलहाल चारों आरोपियों से पूछताछ जारी है.
एविल के साथ इचिंग का इंजेक्शन लेने से होता है नशा
गिरफ्तार किए गए आरोपियों को फेनिरामिन मिलेट और बुपरीनोफिन इंजेक्शन के साथ गिरफ्तार किया गया है. जो इंजेक्शन पुलिस ने मौके से जब्त किए हैं, वे इंजेक्शन मार्केट में बैन हैं. लेकिन डॉक्टर के प्रिसक्रिप्शन से इनका उपयोग किया जा सकता है. जानकारी के मुताबिक ये इंजेक्शन किसी व्यक्ति को खुजली-खाज होने पर उपयोग करने के लिए यूज किया जाता है, लेकिन इसके साथ अगर एविल का इंजेक्शन लिया जाए, जो कि एलर्जी को दूर करता है. तो इस मिश्रण से वो बतौर नशा काम करता है.
कम कीमत होने से ज्यादातर लोग करते हैं नशा
इन दोनों इंजेक्शन का नशा बाजार में कम कीमत में मिल जाता है. लेकिन इसका फायदा मेडिकल वाले उठाते हैं. महज 17 रुपए में यह नशा पूरा हो जाता है, लेकिन मेडिकल वाले इंजेक्शन समेत करीब 90 रुपए में कस्टमर को इसे देते हैं. जिससे कि उन्हें लंबा फायदा होता है. शहर में कई ऐसे मेडिकल स्टोर हैं, जो कि बिना डॉक्टर की पर्ची के कस्टमर को ये सब दे देते हैं. इस नशे के मुकाबले ब्राउन शुगर, गांजा, चरस आदि महंगे नशे हैं.
ड्रग्स विभाग करेगा अब कार्रवाई
क्राइम ब्रांच ASP गोपाल धाकड़ ने बताया कि हमने इन चार आरोपी को गिरफ्तार किया है. अब आगे की कार्रवाई इन चार आरोपियों के बताए अनुसार ड्रग्स विभाग को सौंपी जाएगी. इसके अलावा अब शहर इस तरह के मेडिकल स्टोर को चेक करने की कार्रवाई शुरू की जाएगी और उनके लाइसेंस निरस्त करेंगे. अभी फिलहाल एक मेडिकल स्टोर संचालक को गिरफ्तार किया है, जिसका मेडिकल स्टोर बजरिया क्षेत्र में है. अब ये पता किया जाएगा कि और इस तरह के कितने मेडिकल स्टोर हैं जो नशा करने वाले सामग्री को बेचते हैं.
कई तरह की दवाइयों से होता है नशा
दवा बाजार की बात की जाए तो कई तरह की दवाइयां हैं, जिनसे नशा होता है. सिर्फ उन्हें डॉक्टर की प्रिस्क्रिप्शन से ही लिया जा सकता है. लेकिन ज्यादा पैसा कमाने के लिए मेडिकल स्टोर संचालक उसे हर व्यक्ति को दे देते हैं. इसमें खांसी की दवाई, खुजली की दवाइयां या गंभीर रोग की दवाइयां शामिल हैं, जो लोगों को नशा करने में फायदा पहुंचाती है. साथ ही बाकी नशों से सस्ती भी होती हैं.
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CM के निर्देश के बाद हुई कार्रवाई
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश के बाद यह कार्रवाई की गई है. हालांकि, क्राइम ब्रांच इस कार्रवाई में ज्यादा कुछ जानकारी नहीं जुटा पाई है, लेकिन क्राइम ब्रांच अधिकारियों का कहना है कि आरोपियों से पूछताछ की जा रही है, जिसमें कई खुलासे होने की आशंका है.
पहले भी हो चुकी है कार्रवाई
इससे पहले भी क्राइम ब्रांच ने ड्रग्स माफियाओं पर तीन कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. करीब दो महीने पहले राजधानी के बुधवारा छोला, रचना नगर और करौंद के पास से पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिसमें क्राइम ब्रांच की टीम ने बताया था कि विद्यार्थियों के बुलाने पर ड्रग्स माफिया सक्रिय थे. और ड्रग्स लेकर आए थे. इस दौरान करीब 20लाख रुपए का ड्रग्स पांच तस्करों से जब्त किया गया था, जिसमें एक राजगढ़ से तस्कर बेचने आया था तो बाकी तस्कर भोपाल के ही थे.