भोपाल। आम लोगों के लिए मुश्किल बन गया बीआरटीएस अब भोपाल में हटाया जाएगा. तय किया गया है कि 20 जनवरी से बीआरटीएस हटाए जाने की प्रक्रिया शुरु होगी. सीएम डॉ मोहन यादव ने बीआरटीएस को हटाने के संबध में कार्य योजना पर आज चर्चा करते हे कहा कि ये काम तय समय सीमा में पूरा हो जाना चाहिए. उन्होंने ये भी कहा कि जहां ट्रैफिक का दबाव अधिक होगा, वही सें बीआरटीएस हटाए जाने की शुरुआत होगी. खास बात ये है कि इस बीआरटीएस को लेकर एमपी के मौजूदा और पूर्व तीन मुख्यमंत्रियों के अलग अलग एक्शन दिखाई दिए.
शिवराज के कार्यकाल में ये बनवाए गए. पूर्व सीएम उमा भारती ने इनकी जांच कराए जाने की मांग उठाई गई. डॉ मोहन यादव ने शिवराज का फैसला पलटते हुए बीआरटीएस कॉरीडोर हटाने का फैसला लिया है.
जानिए किस तारीख से हटेगा बीआरटीएस
तो लंबे समय से भोपाल में आम लोगों के लिए मुसीबत का सबब बनी हुई बीआरटीएस को हटाए जाने की तारीख आ गई. डॉ मोहन यादव सरकार के शुरुआती अहम फैसलों में एक फैसला ये भी है. सीएम यादव ने इस मामले में निर्णय के साथ ही तुरंत एक्शन मोड में आ गए. आज सीएम यादव ने भोपाल में बीआरटीएस हटाए जाने के संबंध में कार्ययोजना पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि बीआरटीएस कॉरीडोर यातायात में सुगमता और जन सुविधा के लिए हटाए जा रहे हैं. जहां ट्रैफिक का दबाव सर्वाधिक होगा. वहीं से बीआरटीएस कॉरीडोर हटाए जाने का काम की शुरुआत की जाएगी.
भोपाल के किस इलाके से होगी बीआरटएस हटाने की शुरुआत
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि जन सुविधा को देखते हुए बीआरटीएस हटाए जाने के काम की शुरुआत रात में की जाए. उन्होंने ये भी कहा कि बीआरटीएस हटाने की संपूर्ण अवधि में शहर में सुमग और सुरक्षित यातायाता व्यवस्था सुनिश्चित हो. तय ये हुआ है कि सबसे पहले ये कॉरीडोर बैरागढ़ से हटाया जाएगा.
शिवराज ने बनवाए...उमा ने विरोध किया...मोहन ने हटाए
15 साल पहले जिस प्रोजेक्ट पर 360 करोड़ खर्च किए थे. अब मोहन सरकार में एक महीने के भीतर बीआरटीएस पर फैसला लेने के साथ इसे हटाया जा रहा है. खास बात ये है कि मौजूदा मुख्यमंत्री मोहन यादव जिस बीआरटीएस को हटाने की कार्रवाई कर रहे है. इसे शिवराज के कार्यकाल में बनवाया गया था. पूर्व सीएम उमा भारती ने इसकी जांच कराए जाने की मांग उठाई थी.