भोपाल। राजधानी भोपाल का एयर क्वालिटी इंडेक्स लगातार बिगड़ रहा है, ठंड के चलते AQI बढ़ रहा है, वातावरण में निरंतर पीएम 2.5 और पीएम 10 पार्टिकल में बढ़ोतरी हो रही है, साथ ही वाहनों से निकलने वाली जहरीली कार्बन मोनो ऑक्साइड गैस भी चिंताजनक स्तर तक बढ़ रही है. कार्बन मोनो आक्साइड गैस का प्रभाव सुबह 6 से 12 बजे तक सबसे ज्यादा होता है इसका असर सुबह के समय टहलने वाले लोगों पर पड़ सकता है. पिछले महीने अक्टूबर में ठंड का असर उतना नहीं था लेकिन दिवाली के चलते प्रदूषण का स्तर बढ़ा हुआ था.
30 नवंबर एयर क्वालिटी इंडेक्स- 261
PM 2.5- औसत स्तर-108, उच्चतम स्तर-500
PM10- औसत स्तर-197, उच्चतम स्तर-422
CO- औसत स्तर-44, उच्चतम स्तर-127
30 अक्टूबर AQI 302
PM 2.5- औसत स्तर-245, उच्चतम स्तर-500
PM 10- औसत स्तर-225, उच्चतम स्तर-500
CO- औसत स्तर-17, उच्चतम स्तर-107
ठंड में क्यों बढ़ता है प्रदूषण: प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक ठंड के दिनों में लोग चार पहिया वाहन का ज्यादा उपयोग करते हैं. इसके अलावा सुरक्षाकर्मी और अन्य लोग ठंड से बचने के लिए रात को कचरा जलाते है. यह भी प्रदूषण का मुख्य कारण है, ठंड में हवा के शुष्क होने और हवा का फैलाव कम होने के कारण एक ही क्षेत्र में प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है.
प्रदेश में 5 दिसंबर से बढ़ेगी ठंड: मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में 5 दिसंबर से ठंड बढ़ने का अनुमान है, सर्द हवाओं का रुख बदलने से रात के तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है. वहीं दिन के तापमान में गिरावट हो रही है. मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक पिछले एक सप्ताह से रात में हवाओं का रुख उत्तरी होने के कारण राजधानी का न्यूनतम तापमान सामान्य या उससे कम रहा, इस वजह सर्दी बरकरार है. वहीं बुधवार को प्रदेश में सबसे कम 7 डिग्री सेल्सियस तापमान रायसेन एवं नौगांव में दर्ज किया गया.
MP में पैर पसार रहा डेंगू, आंकड़े छिपाने में लगा स्वास्थ्य विभाग, मंत्री बोले-चल रहा सर्वे
मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक पी के साहा ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ ईरान और अफगानिस्तान के मध्य में बना हुआ है. इस मौसम प्रणाली के गुरुवार रात को उत्तर भारत की तरफ बढ़ने की संभावना है. इससे उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फवारी एवं वर्षा हो सकती है. हालांकि वर्तमान में प्रदेश में हवाओं का रुख पूर्वी, दक्षिण-पूर्वी बना हुआ है. इस वजह से रात का तापमान धीरे-धीरे बढ़ने लगा है.चार दिसंबर को पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत से आगे बढ़ जाएगा। उसके बादउत्तरी हवा चलने से एक बार फिर रात के तापमान में गिरावट होने लगेगी