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Bhopal Air Show: बड़े तालाब के ऊपर सेना का शक्ति प्रदर्शन, चेतक, चिनूक, सूर्य किरण सहित फाइटर विमानों ने दिखाए हैरतअंगेज करतब

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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Sep 30, 2023, 7:48 PM IST

Updated : Sep 30, 2023, 7:55 PM IST

भोपाल में जैसे ही सेना के विमानों ने प्रदर्शन किया, भारत माता के जयकारों से पूरे तालाब के आसपास का क्षेत्र गूंज उठा. इस शो को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे, तो भोपाल ही नहीं मध्य प्रदेश के अलावा बाहर से भी लोग इस शो को देखने आए थे. वीडियो में देखें विमानों के करतब...

indian air force
विमानों ने आसमान में दिखाए करतब
भोपाल में एयर शो का आयोजन

भोपाल। सेना के प्रति लोगों और बच्चों का रुझान कैसे बढ़े और वह अपनी सेना को कैसे समझे, इसके लिए भारतीय वायुसेना ने अपने 91वें स्थापना दिवस पर एयर शो का आयोजन किया गया. पानी के ऊपर पहली बार ये शो यहां हुआ. जिसमें लड़ाकू विमानों ने भोपाल के बड़े तालाब पर करतब दिखाए, तो देश प्रेम का संदेश देती आकृतिया भी बनाई. जिससे पूरा का पूरा वातावरण विमान की गड़गड़ाहट से गूंज उठा. सेना के विमान में सूर्य किरण विमान ने गिरते हुए तारों का प्रदर्शन किया, यहां बैठे दर्शक तालियां बजाते रहे. सारंग विमान ने दिल के आकार की आकृति धुएं के माध्यम से बनाई और डायमंड का शेप भी उसे दिया. तेजस भी कहां पीछे रहने वाला था, तेजस विमान जैसे ही गुजरे और त्रिशूल की आकृति बनाई तो देखने वाले देखते ही रह गए.

50 aircraft participated in air show
एयर शो में कुल 50 विमान शामिल

सूर्य किरण डायमंड रिंग का शेप में नजर आया: चिनूक हेलीकॉप्टर जब तालाब के ऊपर पहुंचे तो उन्होंने कुछ मिनट के लिए अपनी पोजीशन को भी होल्ड करके रखा. इसके साथ ही 9 सूर्य किरण विमान 6000 से भी अधिक ऊंचाई पर डायमंड रिंग का शेप बनाते हुए नजर आए. तो तेजस विमान ने अपनी स्पीड के साथ हवा में अटखेलिया की और दर्शकों को मंत्र मुक्त कर दिया. तो आकाशगंगा हेलीकॉप्टर की टीम ने वहीं से पैराशूट के माध्यम से स्काई डाइविंग की.

रोमांचित हो उठे दर्शक: इस एयर शो को देखने के लिए मध्य प्रदेश और भोपाल के साथ ही देश भर से भी कई लोग आए हुए थे. यहां कुछ लोग हाथों में तिरंगा लेकर आए तो कुछ लोग भारत माता की जय जयकार करते हुए नजर आए. इनका कहना था कि ''उनके लिए यह अलग ही अनुभव है, जिसको देखकर यह रोमांचित होते हैं.'' वहीं आम लोगों के साथ ही छोटे बच्चे भी इस शो को देखने बड़ी संख्या में पहुंचे थे. इनका कहना था कि इनको यह शो काफी पसंद आया है, वहीं, एनसीसी के कैडेट्स भी इस शो को देखने पहुंचे. कोमल नाम की कैडेट का कहना था कि ''उन्हें यह शो रोमांचित करता है और सेना के प्रति वह भी अग्रसर हो और सेना में भर्ती हो इसके लिए मोटिवेट भी करता है.'' वहीं अन्य एनसीसी कैडेट कनक कहती है कि ''उनका शुरू से ही सपना था कि वह सेना में जाएं, इसलिए उन्होंने एनसीसी ज्वाइन की है यह एयर शो देखकर काफी गर्व होता है.''

50 aircraft participated in air show
पायलटों की टीम

एयर शो में कुल 50 विमान शामिल: भोपाल बेस कैंप और यहां के पायलट एयर मार्शल विभास पाण्डेय ने बताया कि ''इस एयर शो में कुल 50 विमान शामिल हुए, जिसमें अधिकतर आगरा, ग्वालियर और गाजियाबाद से ही विमान को लॉन्च किया गया. वहीं इनका बेस कैंप बनाया गया है. जबकि भोपाल में भी कुछ विमान ने यहाँ से उड़ान भारी. जिसमें तेजस, सूर्य किरण, सारंग, मिराज, जेगुवार जैसे विमान शामिल रहे.''

विमान के बारे मे: भोपाल के बड़े तालाब पर हुए इस एयर शो में सबसे पहले चिनूक विमान यहां प्रदर्शन के लिए आए. जिसमें ऊपर की ओर दोनों तरफ पंखे लगे हुए थे. जिसके माध्यम से यह उड़ान भरते हैं. 4 चेतक विमान और 3 किरण एमके2, विमान यहां तालाब के ऊपर से गुजरें, जिसमें तिरंगा झंडा लहराता हुआ नजर आया. जबकि चार चेतकों के ऊपर से गुजरने वाले 3 किरण विमान से तिरंगे कलर का धुआं निकलता हुआ दिखाई दिया. यह विमान भोपाल एयर बेस से उड़े.

चेतक और सूर्य किरण विमान की खूबी: चेतक विमान में दो पायलट और पांच लोग आसानी से बैठ सकते हैं. इसकी उपयोगिता यात्री परिवहन के लिए की जाती है, खोज एवं बचाव के दौरान भी इसका उपयोग किया जाता है. सर्च ऑपरेशन में भी इसकी उपयोगिता होती है. सूर्य किरण विमान हवा में रंगों की खूबसूरती बिखेरता है. 600 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से यह उड़ान भरते हैं.

50 aircraft participated in air show
विमानों ने आसमान में दिखाए करतब

तेजस की खूबियां: तेजस विमान को भी देखना अपने आप में बेहद ही रोमांचक कर देने वाला अनुभव होगा. यह पांच LAC विमान ग्वालियर से उड़ान लेकर भोपाल में करतब दिखाकर वापस ग्वालियर बेस पहुंचे. तेजस 2205 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरता है. इसके साथ यह हवा में भी ईंधन भरने में सक्षम है. एक बार में 3000 किलोमीटर की दूरी तय कर सकता है.

पृथ्वी विमान की खासियत: वहीं, पृथ्वी विमान में 1 विमान C-130 और 2 विमान AN-32 ने अपना प्रदर्शन किया. जो आगरा से उड़ान भरते हुए भोपाल पहुंचे. पृथ्वी विमान का उपयोग अधिकतर बचाव, खोज या एयरलिफ्ट के लिए किया जाता है. इसमें 92 सैनिक आसानी से बैठ जा सकते हैं. जबकि उपकरण और पैराशूट के साथ 64 सैनिक इससे परिवहन कर सकते हैं. इसका उपयोग लोगों को लाने के लिए भी किया जाता है. बाढ़ आदि में फंसे लोगों को स्ट्रेचर पर भी इसमें आसानी से लाया जा सकता है.

गजराज का बड़ी मशीनों को ले जाने में प्रयोग: गजराज अपने नाम से ही समझ में आता है कि यह विशालकाय विमान होता है. इसमें 1 विमान IL78 आगरा से उड़ान भरी. जबकि 2 विमान M2000 विमान ग्वालियर से उड़ान भरते हुए यहां पहुंचे. गजराज विमान का उपयोग माल और बड़ी मशीन, टैंक आदि तक को ले जाने के लिए किया जाता है. बादल विमान ग्वालियर से उड़ान भरता यहां पहुंचा. जिसमें एक विमान SU-30 MKI था, जबकि दूसरा LCA था.

1700 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरता है जगुआर: इसके साथ ही पांच शमशेर जगुआर विमान ने ग्वालियर से उड़ान भरते हुए भोपाल में प्रदर्शन किया. यह पांच जगुआर विमान तीर के आकार बनाते हुए तालाब के ऊपर से गुजरे. जगुआर विमान 1700 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरता है. यह एक सीटर विमान है, जिसकी लंबाई 55.22 फिट और चौड़ाई 28.51 फिट है. जिसका वजन 7700 किलो है. इस शो में मिराज विमान भी अपना जलवा दिखाते हुए नजर आया. जो 2336 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरते हैं. एक बार में यह 1550 किलोमीटर की रेंज तक आसानी से उड़ान भर सकते हैं. भारत LAC एक विमान और SU 30 विमान भी यहां अपना प्रदर्शन किया. जिसमें से LAC विमान भोपाल बेस कैंप से लांच हुआ. जबकि दूसरा SU 30 ग्वालियर से.

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विमान के पायलट: इन लड़ाकू विमान को उड़ाना अपने आप में बहुत मुश्किल होता है. ऐसे में सारंग विमान की कमान महिला पायलट के हाथ थी. सुप्रियादीप ने इस विमान को उड़ाया था, जबकि सारंग विमान के ग्रुप कैप्टन एसके मिश्रा थे. वहीं, सूर्य किरण विमान के ग्रुप कैप्टन जीएस ढिल्लन थे. अन्य विमान को उड़ाने में जीसी कार्तिक भी शामिल रहे. भोपाल के जी.आलोक ने सूर्य किरण विमान को उड़ाया. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उनकी पत्नी साधना सिंह के साथ पहुंची थे. वहीं राज्यपाल गंगूबाई पटेल भी शो देखने पहुंचे थे. विदेशी पर्यटक भी कार्यक्रम में नजर आए. कमेंट्री करने वाली टीम में जागृति मुखर्जी, जसलीन कौर, राहुल, रंजीत और प्रदीप पाल शामिल थे.

भोपाल में एयर शो का आयोजन

भोपाल। सेना के प्रति लोगों और बच्चों का रुझान कैसे बढ़े और वह अपनी सेना को कैसे समझे, इसके लिए भारतीय वायुसेना ने अपने 91वें स्थापना दिवस पर एयर शो का आयोजन किया गया. पानी के ऊपर पहली बार ये शो यहां हुआ. जिसमें लड़ाकू विमानों ने भोपाल के बड़े तालाब पर करतब दिखाए, तो देश प्रेम का संदेश देती आकृतिया भी बनाई. जिससे पूरा का पूरा वातावरण विमान की गड़गड़ाहट से गूंज उठा. सेना के विमान में सूर्य किरण विमान ने गिरते हुए तारों का प्रदर्शन किया, यहां बैठे दर्शक तालियां बजाते रहे. सारंग विमान ने दिल के आकार की आकृति धुएं के माध्यम से बनाई और डायमंड का शेप भी उसे दिया. तेजस भी कहां पीछे रहने वाला था, तेजस विमान जैसे ही गुजरे और त्रिशूल की आकृति बनाई तो देखने वाले देखते ही रह गए.

50 aircraft participated in air show
एयर शो में कुल 50 विमान शामिल

सूर्य किरण डायमंड रिंग का शेप में नजर आया: चिनूक हेलीकॉप्टर जब तालाब के ऊपर पहुंचे तो उन्होंने कुछ मिनट के लिए अपनी पोजीशन को भी होल्ड करके रखा. इसके साथ ही 9 सूर्य किरण विमान 6000 से भी अधिक ऊंचाई पर डायमंड रिंग का शेप बनाते हुए नजर आए. तो तेजस विमान ने अपनी स्पीड के साथ हवा में अटखेलिया की और दर्शकों को मंत्र मुक्त कर दिया. तो आकाशगंगा हेलीकॉप्टर की टीम ने वहीं से पैराशूट के माध्यम से स्काई डाइविंग की.

रोमांचित हो उठे दर्शक: इस एयर शो को देखने के लिए मध्य प्रदेश और भोपाल के साथ ही देश भर से भी कई लोग आए हुए थे. यहां कुछ लोग हाथों में तिरंगा लेकर आए तो कुछ लोग भारत माता की जय जयकार करते हुए नजर आए. इनका कहना था कि ''उनके लिए यह अलग ही अनुभव है, जिसको देखकर यह रोमांचित होते हैं.'' वहीं आम लोगों के साथ ही छोटे बच्चे भी इस शो को देखने बड़ी संख्या में पहुंचे थे. इनका कहना था कि इनको यह शो काफी पसंद आया है, वहीं, एनसीसी के कैडेट्स भी इस शो को देखने पहुंचे. कोमल नाम की कैडेट का कहना था कि ''उन्हें यह शो रोमांचित करता है और सेना के प्रति वह भी अग्रसर हो और सेना में भर्ती हो इसके लिए मोटिवेट भी करता है.'' वहीं अन्य एनसीसी कैडेट कनक कहती है कि ''उनका शुरू से ही सपना था कि वह सेना में जाएं, इसलिए उन्होंने एनसीसी ज्वाइन की है यह एयर शो देखकर काफी गर्व होता है.''

50 aircraft participated in air show
पायलटों की टीम

एयर शो में कुल 50 विमान शामिल: भोपाल बेस कैंप और यहां के पायलट एयर मार्शल विभास पाण्डेय ने बताया कि ''इस एयर शो में कुल 50 विमान शामिल हुए, जिसमें अधिकतर आगरा, ग्वालियर और गाजियाबाद से ही विमान को लॉन्च किया गया. वहीं इनका बेस कैंप बनाया गया है. जबकि भोपाल में भी कुछ विमान ने यहाँ से उड़ान भारी. जिसमें तेजस, सूर्य किरण, सारंग, मिराज, जेगुवार जैसे विमान शामिल रहे.''

विमान के बारे मे: भोपाल के बड़े तालाब पर हुए इस एयर शो में सबसे पहले चिनूक विमान यहां प्रदर्शन के लिए आए. जिसमें ऊपर की ओर दोनों तरफ पंखे लगे हुए थे. जिसके माध्यम से यह उड़ान भरते हैं. 4 चेतक विमान और 3 किरण एमके2, विमान यहां तालाब के ऊपर से गुजरें, जिसमें तिरंगा झंडा लहराता हुआ नजर आया. जबकि चार चेतकों के ऊपर से गुजरने वाले 3 किरण विमान से तिरंगे कलर का धुआं निकलता हुआ दिखाई दिया. यह विमान भोपाल एयर बेस से उड़े.

चेतक और सूर्य किरण विमान की खूबी: चेतक विमान में दो पायलट और पांच लोग आसानी से बैठ सकते हैं. इसकी उपयोगिता यात्री परिवहन के लिए की जाती है, खोज एवं बचाव के दौरान भी इसका उपयोग किया जाता है. सर्च ऑपरेशन में भी इसकी उपयोगिता होती है. सूर्य किरण विमान हवा में रंगों की खूबसूरती बिखेरता है. 600 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से यह उड़ान भरते हैं.

50 aircraft participated in air show
विमानों ने आसमान में दिखाए करतब

तेजस की खूबियां: तेजस विमान को भी देखना अपने आप में बेहद ही रोमांचक कर देने वाला अनुभव होगा. यह पांच LAC विमान ग्वालियर से उड़ान लेकर भोपाल में करतब दिखाकर वापस ग्वालियर बेस पहुंचे. तेजस 2205 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरता है. इसके साथ यह हवा में भी ईंधन भरने में सक्षम है. एक बार में 3000 किलोमीटर की दूरी तय कर सकता है.

पृथ्वी विमान की खासियत: वहीं, पृथ्वी विमान में 1 विमान C-130 और 2 विमान AN-32 ने अपना प्रदर्शन किया. जो आगरा से उड़ान भरते हुए भोपाल पहुंचे. पृथ्वी विमान का उपयोग अधिकतर बचाव, खोज या एयरलिफ्ट के लिए किया जाता है. इसमें 92 सैनिक आसानी से बैठ जा सकते हैं. जबकि उपकरण और पैराशूट के साथ 64 सैनिक इससे परिवहन कर सकते हैं. इसका उपयोग लोगों को लाने के लिए भी किया जाता है. बाढ़ आदि में फंसे लोगों को स्ट्रेचर पर भी इसमें आसानी से लाया जा सकता है.

गजराज का बड़ी मशीनों को ले जाने में प्रयोग: गजराज अपने नाम से ही समझ में आता है कि यह विशालकाय विमान होता है. इसमें 1 विमान IL78 आगरा से उड़ान भरी. जबकि 2 विमान M2000 विमान ग्वालियर से उड़ान भरते हुए यहां पहुंचे. गजराज विमान का उपयोग माल और बड़ी मशीन, टैंक आदि तक को ले जाने के लिए किया जाता है. बादल विमान ग्वालियर से उड़ान भरता यहां पहुंचा. जिसमें एक विमान SU-30 MKI था, जबकि दूसरा LCA था.

1700 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरता है जगुआर: इसके साथ ही पांच शमशेर जगुआर विमान ने ग्वालियर से उड़ान भरते हुए भोपाल में प्रदर्शन किया. यह पांच जगुआर विमान तीर के आकार बनाते हुए तालाब के ऊपर से गुजरे. जगुआर विमान 1700 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरता है. यह एक सीटर विमान है, जिसकी लंबाई 55.22 फिट और चौड़ाई 28.51 फिट है. जिसका वजन 7700 किलो है. इस शो में मिराज विमान भी अपना जलवा दिखाते हुए नजर आया. जो 2336 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरते हैं. एक बार में यह 1550 किलोमीटर की रेंज तक आसानी से उड़ान भर सकते हैं. भारत LAC एक विमान और SU 30 विमान भी यहां अपना प्रदर्शन किया. जिसमें से LAC विमान भोपाल बेस कैंप से लांच हुआ. जबकि दूसरा SU 30 ग्वालियर से.

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विमान के पायलट: इन लड़ाकू विमान को उड़ाना अपने आप में बहुत मुश्किल होता है. ऐसे में सारंग विमान की कमान महिला पायलट के हाथ थी. सुप्रियादीप ने इस विमान को उड़ाया था, जबकि सारंग विमान के ग्रुप कैप्टन एसके मिश्रा थे. वहीं, सूर्य किरण विमान के ग्रुप कैप्टन जीएस ढिल्लन थे. अन्य विमान को उड़ाने में जीसी कार्तिक भी शामिल रहे. भोपाल के जी.आलोक ने सूर्य किरण विमान को उड़ाया. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उनकी पत्नी साधना सिंह के साथ पहुंची थे. वहीं राज्यपाल गंगूबाई पटेल भी शो देखने पहुंचे थे. विदेशी पर्यटक भी कार्यक्रम में नजर आए. कमेंट्री करने वाली टीम में जागृति मुखर्जी, जसलीन कौर, राहुल, रंजीत और प्रदीप पाल शामिल थे.

Last Updated : Sep 30, 2023, 7:55 PM IST
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