भोपाल। राजधानी भोपाल में जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की. प्रशासन ने लगभग 20 एकड़ जमीन अवैध कब्जाधारियों से मुक्त कराई. इस जमीन की लीज कई वर्षों से पहले ही खत्म हो गई थी. ऐसे में दल-बल के साथ पहुंचे जिला प्रशासन के अमले ने यहां कार्रवाई को अंजाम दिया.भोपाल के सेवनिया गौढ़ गांव के पास स्थित जमीन पर प्रशासन ने कब्जा कर लिया है. यहां सैरसपाटा के पास न्यायिक अकादमी के पीछे की ओर 20 एकड़ जमीन की लीज खत्म कर निरस्त कर दी थी. इसके बाद प्रशासन ने इस जमीन पर वापस कब्जा ले लिया.
जमीन को लीज पर दिया था: कलेक्टर आशीष सिंह के अनुसार इस जमीन को मुंबई निवासी हर्ष गोकुलदास को 1963 में लीज पर दिया गया था. खसरा नंबर 104, रकबा 20 एकड़ इस भूमि की लीज 2005 में रिन्यू की गई थी. जिसके बाद यहां पर जाकर जब निरीक्षण किया गया जो शर्तें हैं, उसका उल्लंघन भूमि मालिकों द्वारा किया जाना पाया. जिस उद्देश्य इस जमीन को लीज पर दिया गया था, उसका पालन नहीं होने के कारण 1 जून 2020 को इस भूमि की लीज निरस्त कर दी गई थी. जिसके बाद गोकुलदास की ओर से संभागायुक्त कार्यालय में अपील भी की गई थी, लेकिन निरस्त होने के बाद तहसीलदार ने इसे फिर से शासन के नाम खसरे में दर्ज करवा दिया था. ऐसे में इतने समय से लगातार इस जमीन पर कई कब्जे भी हो गए थे और निर्माण भी किया जा रहा था.
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लीज खत्म कर दी थी प्रशासन ने : कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि "जिला प्रशासन का अमला दल बल के साथ यहां पहुंचा था और जेसीबी की मदद से अवैध अतिक्रमण को हटाया गया और वापस शासन ने इस जमीन पर कब्जा कर लिया.20 एकड़ जमीन की कीमत कलेक्टर गाइडलाइन के हिसाब से 120 करोड़ से अधिक बताई जा रही है, जबकि वर्तमान में बाजार के हिसाब से इस जमीन की कीमत 300 करोड़ से अधिक लगाई गई है."