भोपाल। देश में सौर ऊर्जा परियोजनाओं की स्थापना में मध्यप्रदेश लगातार कीर्तिमान स्थापित कर रहा है, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केन्द्रीय ऊर्जा, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह की मौजूदगी में 5250 करोड़ की लागत वाली 1500 मेगावाट क्षमता की आगर, शाजापुर, नीमच सौर परियोजना की स्थापना के लिये चयनित विकासकों के साथ ऊर्जा अनुबंध का आदान-प्रदान, 25 नवम्बर 2021 को शाजापुर के आईटीआई ग्राउण्ड में होगा. साथ ही परियोजना का भूमि-पूजन भी किया जाएगा.
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7600 करोड़ की बचत, 450 को मिलेगा रोजगार
मध्यप्रदेश में 1500 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना (solar power project) का आज भूमि पूजन होगा, इस परियोजना के लिए चयनित विकासकों को लेटर ऑफ अवार्ड का वितरण किया जा चुका है, कार्यक्रम में ऊर्जा क्रय अनुबंध (पीपीए) किया जाएगा. साथ ही 'कुसुम-अ' योजना के चयनित किसानों एवं विकासकों के साथ भी क्रय अनुबंध होंगे. निजी निवेश वाली इन परियोजनाओं से मार्च-2023 तक विद्युत उत्पादन होने लगेगा, जिससे राज्य की डिस्काम कम्पनी को 25 सालों में लगभग 7600 करोड़ रुपये की बचत होगी. परियोजना स्थापना के दौरान तकरीबन 4500 और परियोजना संचालन में लगभग 450 व्यक्तियों को रोजगार मिलेगा.
एमपी में बना था देश का पहला सोलर पावर प्लांट
नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग ने बताया कि सौर ऊर्जा का देश का सबसे बड़ा और सबसे पहला 135 मेगावाट का सौर ऊर्जा पावर प्लांट नीमच जिले में ही स्थापित किया गया था, जिसका लोकार्पण गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था. रीवा जिले में स्थापित 750 मेगावाट की सौर परियोजना (solar power project) भी देश की बड़ी परियोजनाओं में से एक है. इससे उत्पादित विद्युत का 24 प्रतिशत हिस्सा दिल्ली मेट्रो को दिया जा रहा है. इस परियोजना का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था.
1100 हेक्टेयर भूमि पर स्थापित होगी परियोजना
मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम और सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इण्डिया (Solar Energy Corporation of India) की संयुक्त कम्पनी रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर लिमिटेड (Rewa Ultra Mega Solar Limited) द्वारा प्रदेश के आगर में 550 मेगावाट, शाजापुर में 450 मेगावाट और नीमच में 500 मेगावाट की सौर परियोजनाएं विकसित की जा रही हैं. आगर सोलर पार्क की 2 यूनिट के लिये 12 जुलाई 2021 को हुए रिवर्स ऑक्शन में पहली यूनिट के लिये 2.459 रुपये की दर से अवाडा पॉवर और दूसरी यूनिट के लिये 2.444 रुपये बीम पावर एनर्जी से न्यूनतम दरें प्राप्त हुई हैं. परियोजना लगभग 1100 हेक्टेयर भूमि पर स्थापित की जायेगी.
शाजापुर में स्थापित किया जाएगा तीन सोलर प्लांट
शाजापुर जिले में 105 मेगावाट, 220 मेगावाट और 125 मेगावाट की 3 यूनिट लगभग 900 हेक्टेयर क्षेत्र में स्थापित की जायेंगी, गत 28 जून को हुई बिड में पहली यूनिट के लिये एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड दिल्ली ने 2 रुपये 35 पैसे, दूसरी यूनिट के लिये एनटीपीसी द्वारा ही 2 रुपये 33 पैसे और तीसरी यूनिट के लिये मेसर्स तलेटटुताई सोलर प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड से 2 रुपये 33 पैसे प्रति यूनिट की न्यूनतम दरें प्राप्त हुई हैं.
बिडिंग में देसी-विदेशी कंपनियों ने भाग लिया
नीमच (Neemuch solar power project) में 160 मेगावाट की पहली यूनिट के लिये टीपी सौर्या लिमिटेड मुम्बई ने 2 रुपये 49 पैसे, 170 मेगावाट की दूसरी यूनिट के लिये भी टीपी सौर्या लिमिटेड (TP Saurya Limited) ने 2 रुपये 14 पैसे प्रति यूनिट तथा तीसरी 170 मेगावाट की यूनिट के लिये जोमेह एनर्जी एण्ड वाटर कम्पनी दुबई से 2 रुपये 15 पैसे प्रति यूनिट की दर से देश की सबसे न्यूनतम दरें प्राप्त हुईं. सभी बिडिंग में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कम्पनियों ने भाग लिया.
पीएम कुसुम-अ योजना के लिए लक्ष्य निर्धारित
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा उत्थान महाअभियान योजना-अ (Prime Minister Farmer Energy Security Utthan Mahabhiyan Yojana) में किसानों और विकासकों का ऊर्जा क्रय अनुबंध प्रदेश की विद्युत वितरण कम्पनी के साथ होगा. किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें आत्म-निर्भर बनाने में सहायक हो रही इस योजना में किसान अपनी अनुपयोगी भूमि पर 500 किलोवाट से 2 मेगावाट तक की क्षमता के अक्षय ऊर्जा संयंत्र स्थापित कर सकेंगे. किसान यह ऊर्जा प्रदेश की विद्युत वितरण कम्पनी को बेच भी सकेंगे. संयंत्र स्थापना के लिये पर्याप्त धनराशि नहीं होने पर किसान अपनी भूमि को विकासकों को लीज पर देकर संयंत्र स्थापित कर सकेंगे.
ऊर्जा साक्षरता अभियान का सीएम करेंगे शुभारंभ
इस योजना में केन्द्र सरकार ने प्रदेश सरकार को कुल 300 मेगावाट का लक्ष्य आवंटित किया है, लक्ष्य के विरुद्ध प्रदेश में प्रतिस्पर्धात्मक प्रक्रिया के माध्यम से अब तक 296 मेगावाट क्षमता के लिये 140 किसान और विकासकों का चयन सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापना के लिये किया गया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ऊर्जा साक्षरता अभियान का शुभारंभ (solar power awareness campaign) भी करेंगे. अभियान में प्रदेश के छात्र-छात्राओं और नागरिकों को ऊर्जा और सौर ऊर्जा के प्रति जागरूक करने के साथ ही विभिन्न लाभों के बारे में बताया जाएगा. श्रेणीगत प्रशिक्षण के माध्यम से चरणबद्ध सर्टिफिकेशन का भी प्रावधान किया गया है.