भोपाल। पिछले 4 महीने से वेतन नहीं मिलने से नाराज भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) के ठेका श्रमिकों ने विरोध जताया है. सभी अपना-अपना काम छोड़ अब विरोध की राह पर चल पड़े हैं. इस दौरान सभी ने भेल परिसर में ही प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की. हालांकि कोरोना के चलते बड़ी संख्या में ठेका श्रमिक नहीं जुड़ पाए थे. लेकिन इसके बावजूद फाउंड्री गेट नंबर 5 पर श्रमिकों को हटाने के लिए पुलिस को बुलाना पड़ा था.
वेतन कटौती सहित भत्ता देने की मांग
भेल के श्रमिक यूनियन का आरोप है कि ठेका श्रमिकों का वेतन ठेकेदारों ने पिछले 4 महीने से रोककर रखा है, साथ ही भेल प्रबंधन ने ठेका श्रमिकों के वेतन में भी कटौती की है. जिस वजह से श्रमिकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. श्रमिक और उनके परिवार के सामने आर्थिक तंगी छाने लगी है. बताया जा रहा है कि प्रबंधन के फैसले के बाद श्रमिकों के वेतन में 2500 रुपए तक की कटौती की गई है. इस फैसले को श्रमिक वापस लेने की मांग कर रहे हैं, भेल में करीब ऐसे 5 हजार श्रमिक, कर्मचारी हैं जिनके वेतन में कटौती की गई है.
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मांग नहीं मानने पर आंदोलन की चेतावनी
श्रमिकों की भीड़ जुटने के बाद स्थिति को संभालने के लिए भेल प्रबंधन ने पुलिस और प्रशासन की टीम को बुलाया. जहां पर श्रमिकों और एसडीएम की बातचीत के बाद प्रदर्शन को समाप्त किया गया. भेल श्रमिकों ने एक दिन का समय प्रबंधन को दिया है, जहां एचआर मैनेजमेंट सहित श्रमिक ठेकेदारों और अधिकारियों से बातचीत कर हल निकालने की कोशिश करेंगे. श्रमिकों ने चेतावनी दी है कि यदि एक दिन में समाधान नहीं निकलता है तो सभी कारखानों को बंद किया जाएगा. श्रमिक भी काम नहीं करेंगे.