भोपाल। देश इस समय कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है. देशभर में लोग लॉकडाउन के कारण घरों में कैद है. वहीं देश के कई हिस्सों में भुखमरी की हालात को देखते हुए जिला प्रशासन ने राशन की दुकान पर राशन बांटना शुरु कर दिया है. ताकि किसी को इस परिस्थिति में भूखा न सोना पड़े. लेकिन हितग्राहियों के सामने अजीबोगरीब मामला सामने आया है. जिन हितग्राही के पास राशन कार्ड है, उन्हें राशन नहीं मिल रहा है और जिनके पास राशन कार्ड नहीं है उन्हें सिर्फ आधार कार्ड के आधार पर राशन मिल रहा है. दरअसल राशन कार्ड धारकों को राशन लेने के लिए अपना थंब इंप्रेशन (अंगूठे का चिन्ह) राशन दुकान पर लगी थंब इंप्रेशन मशीन में देना होता था. लेकिन कोरोना संक्रमण के डर से राशन दुकान संचालकों ने शासन के सामने यह व्यवस्था बदले जाने का अनुरोध किया है. अजीब बात यह है कि जिनके पास राशन कार्ड नहीं है. उन्हें आधार कार्ड दिखाकर आसानी से राशन मिल रहा है. फिलहाल थंब इंप्रेशन की व्यवस्था को लेकर सरकार क्या निर्णय लेती है, यह बड़ा सवाल है लेकिन जब तक सरकार फैसला नहीं करती है, तब तक राशन कार्ड धारक राशन से वंचित है.
राशन वितरण व्यवस्था में नियम बनाया बनाया था कि राशन कार्ड धारकों को थंब इंप्रेशन के आधार पर ही राशन दिया जाएगा. यह व्यवस्था इसलिए की गई थी कि सही हितग्राही को राशन मिले और पारदर्शिता रहे. लेकिन कोरोना संक्रमण के डर से राशन दुकान संचालक व्यवस्था के खिलाफ है. लॉकडाउन की स्थिति में गरीब और मजदूर वर्ग शासन द्वारा वितरित किए जा रहे राशन पर निर्भर है. शासन द्वारा एक बार राशन कार्ड धारकों को तीन महीने का राशन वितरित किया जा चुका है. लॉकडाउन बढ़ने के कारण शासन ने फिर से राशन वितरण के आदेश दिए थे लेकिन राशन दुकान संचालकों ने राशन कार्ड धारकों के अंगूठे की अनिवार्यता को गलत ठहराया है.
राशन कार्ड धारकों का मानना है कि एक की मशीन में अलग-अलग लोगों के अंगूठे के चिन्ह लिए जाने से कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है और दुकान पर आने वाले तमाम ग्राहकों में कोरोना संक्रमण फैल सकता है. दुकानदारों को भी संक्रमित होने का डर था, इसलिए सभी राशन दुकान संचालकों ने सरकार को समस्या से अवगत कराया और अगले आदेश तक राशन वितरण की व्यवस्था पर रोक लगा दी गई है. लेकिन अभी तक शासन ने कोई निर्णय नहीं लिया है.
लॉकडाउन में थंब इंप्रेशन पर सवाल
पिछले दो दिन से पूरे मध्यप्रदेश में राशन कार्ड धारकों को राशन नहीं मिल रहा है. सरकार के निर्णय का इंतजार हो रहा है कि थंब इंप्रेशन की अनिवार्यता को समाप्त किया जाए और राशन वितरण किया जाए. वहीं दूसरी तरफ जिन लोगों के पास राशन कार्ड नहीं है, उन्हें राशन आसानी से हासिल हो रहा है. जिनके पास राशन कार्ड नहीं है उनको राशन मुहैया कराने के लिए राशन दुकान संचालकों को सरकार ने अलग से कोटा आवंटित किया है. राशन दुकान संचालक आधार कार्ड के आधार पर जिनके पास राशन कार्ड नहीं है. उन्हें राशन मुहैया करा रहे हैं.
राशन कार्ड धारक सुनील चौरसिया बताते हैं कि हमें अभी राशन नहीं मिल रहा है. क्योंकि अगर पंच मशीन से एक भी व्यक्ति पॉजिटिव आ जाता है, तो वह कितने लोगों को पॉजिटिव करेगा. इसके साथ ही दुकानदारों को भी खतरा है. उसके लिए सरकार को नया ऑर्डर देना चाहिए.