भोपाल। मध्यप्रदेश में लगातार कोरोना का कहर जारी है और हालात यह है कि अस्पतालों में मरीज को भर्ती करने के लिए बिस्तरों की कमी है. यही कारण है कि सरकार ने हेल्प लाइन जारी किया है ताकि जनता को अस्पतालों में खाली बेड की संख्या पता चल सके. यही कारण है कि बढ़ती मरीजों की संख्या को देखते हुए चिकित्सा शिक्षा मंत्री और स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव ने हमीदिया अस्पताल का दौरा किया.
चिकित्सा शिक्षा मंत्री का हमीदिया का दौरा
प्रदेश में बढ़ता कोरोना सरकार के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है. सरकार का अब ध्यान कोरोना संक्रमण रोकने के लिए है. पूरा सरकारी अमला अब कोरोना को रोकने में लगा है. इसी कड़ी में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग सहित अन्य अधिकारियों ने हमीदिया अस्पताल का दौरा किया और खासतौर से बिस्तरों की संख्या बढ़ाने को लेकर निरक्षण किया. इसके साथ ही ऑक्सीजन की आपूर्ति, रेमडेसिवीर इंजेक्शन की आपूर्ति को लेकर अधिकारियों से चर्चा की.
हमीदिया अस्पताल में बढ़ाए जा रहे है 250 बिस्तर
राजधानी भोपाल में लगातार बढ़ते जा रहे कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए अब सरकार अस्पतालों में बिस्तर बढ़ाने की तैयारी कर रही है. क्योंकि जिस तरह से अस्पतालों की तश्वीरें सामने आ रही है कि मरीजों को अस्पताल में बिस्तर नहीं मिल रहे हैं और फर्स पर मरीज तड़प रहे हैं. यही कारण है कि सरकार ने सरकारी अस्पतालों के साथ ही निजी अस्पतालों में भी 10 प्रतिशत बिस्तर रिजर्व रखने के निर्देश दिए है. भोपाल से सबसे बड़े अस्पताल हमीदिया में 520 बिस्तर से बढ़ाकर 800 बिस्तर करने की तैयारी है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को इलाज मिल सके.
हेल्पलाइन नंबर जारी
प्रदेश में लगभग सभी अस्पतालों में मरीजों की संख्या इतनी ज्यादा है कि उन्हें भर्ती करने के लिए लिए जगह नही है। लोगों की शिकायत थी कि अस्पताल वाले कहते है भर्ती करने की जगज नही है। ऐसे में कई बार जानबूझकर मरीजों को अस्पताल से विदा कर दिया जाता था। जिसके बाद अब सरकार ने एक हेल्प लाइन नम्बर जारी किया है , इसके साथ ऑनलाइन भी इसकी जानकारी ले सकते है।,ताकि मरीजो को हॉस्पिटल में खाली बिस्तरों के बारे में जानकारी मिल सके ।
हेल्प लाइन नबंर
0755- 2704225/ 2704201
सरकारी पोर्टल
sarthak.nhmmp.gov. in
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रेमडेसिवीर इंजेक्शन के लिए तीन डॉक्टरों की टीम
कोरोना संक्रमित होने के बाद ज्यादातर मरीजों को रेमडेसिवीर इंजेक्शन लगाया जा रहा है. सरकारी अस्पतालों के साथ ही निजी अस्पतालों में भी इंजेक्शन की मारामारी है. सरकार ने एक कॉरपोरेट से सीएसआर फंड के तहत 20 हजार इंजेक्शन मंगाए हैं, ताकि इंजेक्शन की कमी से किसी स्वास्थ्य पर बुरा असर ना पड़े. हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक आईडी चौरसिया का कहना है, हमने तीन डॉक्टरों की एक कमेटी बनाई है, जो रेमडेसिवीर इंजेक्शन के उपयोग को लेकर अपनी सहमति देगी. उसके बाद ही मरीज को इंजेक्शन दिया जाएगा. वहीं रेमडेसिवीर की कमी को लेकर चौरसिया का कहना है कि सरकार में उन्हें 460 इन्जेक्शन दिए हैं, जिन्हें जरूरत के हिसाब से मरीजों को लगाए जाएंगे.
समय रहते इलाज मिलने से बचाई जा सकती है मरीज की जान
कोरोना से मरने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है और इसके पीछे देर से इलाज मिलना बताया जा रहा है. हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक आईडी चौरसिया का कहना है कि, ज्यादातर लोग शुरुआती दौर में कोरोना को छुपा लेते हैं और जब ज्यादा तबीयत खराब होती है, तब ही वे अस्पताल आते हैं. ऐसे में कही ना कहि कोरोना उनके लिए बहुत घातक हो जाता है और कई बार मरीज की जान चली जाती है. इसलिए हम लोगों के अपील करते है कि संक्रमित होने के बाद प्रॉपर इलाज लें ताकि, गंभीर स्थिति ना बने.
जानकारी के मुताबिक मध्यप्रदेश में कोरोना को हराने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है. लेकिन उसके बाद भी हालत बदतर है. पूरे प्रदेश में 32 से ज्यादा कोरोना मरीज है और 30 अप्रैल तक यह आंकड़ा एक लाख तक पहुंच सकता है. इसलिए सरकार अब अस्पतालों में बेहतर सुविधा बढ़ाने के लिए सरकार मैदान में है.