भोपाल। कोरोना वायरस ने पहले ही बस मालिकों की कमर तोड़ दी है. ऊपर से राजधानी भोपाल के बीसीसीएल बस के ड्राइवर्स और कंडक्टर्स को पिछले चार महीने से वेतन नहीं मिला है. जिसे लेकर वह काफी परेशान हैं. ड्राइवर्स और कंडक्टर्स ने अपनी समस्या बताते हुए कहा कि हमें वेतन नहीं मिले चार महीने हो गए हैं. हमारे सामने पहले अपने परिवार का पेट भरना प्राथमिकता है. लेकिन वेतन नहीं मिलने से ऐसा नहीं हो पा रहा है. वेतन और अन्य मांगों को लेकर ड्राइवर्स और कंडक्टर्स बीसीएलएल और बस ऑपरेटर के खिलाफ आंदोलन करने जा रहे हैं.
7 जुलाई को आईएसबीटी पर होगा आंदोलन
ड्राइवर्स-कंडक्टर्स का कहना है कि लॉकडाउन के बाद से उन्हें न सैलरी मिली है न ही किसी तरह की मदद. कलेक्टर, बीसीएलएल सीईओ और नगर निगम को ज्ञापन दे चुके हैं. इसके बाद भी कोई निष्कर्ष नहीं निकला है.
इंटक नेता अजीज खां ने बताया कि बीसीएलएल ने दुर्गम्मा बस ऑपरेटर को बसें चलाने का जिम्मा सौंप रखा है. वहीं दुर्गम्मा प्रबंधन ने ड्राइवर्स और कंडक्टर्स को बताया कि उसे 6 करोड़ बीसीएलएल और 8 करोड़ नगर निगम से लेना है. जब तक उनसे पैसा नहीं मिल जाता तब तक वह वेतन नहीं देंगे. ड्राइवर्स और कंडक्टर्स की मांग है कि यदि उन्हें आधा वेतन ही मिल जाए तो उनकी रोजी रोटी का गुजारा चल जाएगा.
आंदोलन में पीसी शर्मा होंगे शामिल
इंटक नेता अजीज खां ने बताया कि इस आंदोलन में एक हजार से 15 सौ ड्राइवर कंडक्टर शामिल होंगे. इसके अलावा प्रदेश के पूर्व जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा भी शामिल होंगे. इसके साथ ही बीसीएलएल बस सेवा के अलावा, चार्टर्ड बस और रोड सेवा के ड्राइवर्स और कंडक्टर्स भी रहेंगे.