भोपाल। बीयू में बुधवार को उस समय अफरा-तफरी का माहौल हो गया जब पुलिस के साथ न्यायालय की टीम यहां पहुंची. टीम ने कागज दिखाते हुए कुर्की की कार्रवाई करने की बात कही. जिसके बाद पूरे परिसर में अफरा तफरी नजरें आई. दरअसल 2015 में BU में काम के दौरान एयर टिकट बने थे. जिसका भुगतान नहीं हुआ था, इसको लेकर वह पक्ष न्यायालय गया था जिसको भुगतान होना था. न्यायालय ने 4 वर्ष पूर्व ही भुगतान के आदेश कर दिए गए थे. जिसके बाद भी विश्वविद्यालय द्वारा भुगतान न किए जाने के से पुनः याचिका लगाई गई थी. इस पर न्यायालय ने कुर्की के आदेश जारी किए थे.
लाखों का भुगतान बकाया: मामले में तकरीबन 12 से 14 लाख रुपए तक का भुगतान होना है. इसी को लेकर टीम कुर्की के आदेश के साथ बरकतउल्ला परिसर पहुंची थी. टीम के पहुंचने के थोड़ी देर बाद ही बरकतउल्लाह यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर सुरेश जैन भी पहुंचे और मामले में जानकारी हासिल की. इस दौरान सुरेश जैन और BU रजिस्ट्रार ने बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी के पास मौजूद दस्तावेज टीम को दिखाए. जिसमें साफ तौर पर अगस्त 2023 तक का समय बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी को पैसे जमा करने के लिए दिया गया है.
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कुलपति ने कहा करवाएंगे निराकरण: मामले को लेकर ETV Bharat से बात करते हुए सुरेश जैन ने बताया की यह मामला तब का है जब वह यहां पर नहीं थे, लेकिन न्यायालय के समक्ष उन्होंने भी BU की ओर दस्तावेज प्रस्तुत किए. जिसके चलते अगस्त 2023 तक का समय बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी के पास है. फिलहाल 4 माह का अभी समय शेष है और ऐसे में वह इस मामले में राशि जमा कर निराकरण करवा लेंगे.