भोपाल/छतरपुर। छतरपुर जिले के गढ़ा में स्थित बागेश्वर धाम सरकार के पंडित धीरेंद्र शास्त्री इस समय बुलंदियों पर हैं. समाज में आप किसी भी क्षेत्र में अगर शिखर पर होते तो विवादों से भी आपका सामना होता रहता है. यदि आप और आपके परिवार का कोई सदस्य विवादों में आ जाए तो सवाल खड़े होने लगते हैं.ऐसा ही कुछ बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के साथ हो रहा है. उनके भाई शालिग्राम का कट्टा लहराते और दलितों को गालियां देते हुए वीडियो वायरल हुआ था. इसके बाद में 2 वीडियो एक के बाद एक और आए. सोशल मीडिया पर धीरेंद्र शास्त्री के भाई का वीडियो जमकर वायरल हो गया. फिर क्या था धीरेंद्र शास्त्री को लेकर लोगों में भावना बदलने लगी और उनके धाम को झूठ का अड्डा कहा जाने लगा.
फिलहाल भाई है इस समय लापता: धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के भाई द्वारा दलितों को दी गई गालियां और फिर कट्टा लहराने वाले मामले ने तूल पकड़ लिया है. गांव वालों में भी बागेश्वर धाम और उनके भाई के खिलाफ गुस्सा दिख रहा है. विवाद बढ़ता देख बागेश्वर धाम अपने घर परिवार से भी नहीं मिल रहे हैं. उनके भाई के खिलाफ FIR भी दर्ज हो चुकी है. फिलहाल उनका भाई लापता बताया जा रहा है. अपने भाई शालिग्राम के चलते विवादों में आए पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने जैसे ही देखा की उनकी खिलाफत हो रही है तो वह फौरन सामने आए और बयान दिया कि जो जैसा करेगा वैसा भरेगा. पूरे मामले को बागेश्वर धाम से जोड़कर न देखा जाए. अब बागेश्वर धाम सरकार के धीरेंद्र शास्त्री की हिंदू राष्ट्र की मांग पर उनके भाई की हरकतें ही भारी पड़ने लगी हैं. इस समय देश के पोस्टर ब्वाए बन चुके पंडित धीरेंद्र शास्त्री की छवि को उनके भाई ने तार-तार कर दिया है.
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सोशल मीडिया पर हुए ट्रोल: सोशल मीडिया धीरेंद्र शास्त्री हीरो थे, लेकिन कुछ घंटों में ही ट्रोल होने लगे. लोग उनके खिलाफ आग उगलने लगे हैं. पर्ची पढ़कर लोगों के बारे में बताने वाले बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं. उनके धाम को अब झूठ का अड्डा कहा जा रहा है. जनता के सामने हिंदू राष्ट्र की मांग और चमत्कार का दावा करने वाले धीरेंद्र शास्त्री पर अचानक कहर टूट पड़ा है. उनके फॉलोअर्स भी उनके खिलाफ खड़े होने लगे हैं.
बाबा को चैलेंज: नागपुर की अंधविश्वास उन्मूलन समिति ने पंडित धीरेंद्र शास्त्री को खुलेआम चैलेंज किया था कि वे जनता के सामने अंधविश्वास फैला रहे हैं. यदि उनके पास शक्तियां हैं तो वे अंधविश्वास उन्मूलन समिति का चैलेंज स्वीकार करें. कुछ दिन पहले ही पंडोखर सरकार ने भी उनके चमत्कार को लेकर कुछ दिनों पहले कहा था कि बस 6 महीने का खेल है और अब देखिए इस खेल से पर्दा उठना शुरू हो गया हैं.