भोपाल। मध्य प्रदेश में पर्यटन स्थलों सहित अन्य स्थानों पर जल्द ही 362 एलोपैथी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोले जा रहे हैं. आयुष विभाग इन वेलनेस सेंटर्स में मसाजर और चिकित्सकों की व्यवस्था कराने जा रहा है. आयुष विभाग के मुताबिक अगले एक माह में डेढ़ सौ वेलनेस सेंटर शुरू हो जाएंगे. इन स्थानों पर हर्बल गार्डन भी स्थापित किए जाएंगे.
केंद्र सरकार की मदद से खोले जा रहे इन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की शुरुआत विभाग ने अपने सभी औषधालयों से की है. यहां स्वास्थ्य से जुड़ी कई प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध होंगी. केंद्र सरकार से इसको लेकर पहले ही हरी झंडी मिल गई है. वेलनेस सेंटर पर चिकित्सा अधिकारी, स्टाफ नर्स, टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट और आयुर्वेदिक प्रैक्टिशनर के अलावा मसाजर की व्यवस्था भी होगी.
योग पंचकर्म की भी होगी सुविधा
राज्य मंत्री आयुष विभाग रामकिशोर कांवरे ने बताया कि जनवरी के आखिरी हफ्ते तक मध्य प्रदेश में डेढ़ सौ स्थानों पर वेलनेस सेंटर शुरू कर दिए जाएंगे, इन वेलनेस सेंटर्स पर इलाज के लिए आने वाले मरीजों को स्वास्थ्य परामर्श दिया जाएगा. इसके अलावा यहां योग व्यायाम और पंचकर्म जैसी सुविधाएं भी होंगी. इन सेंटर्स पर मसाजर की व्यवस्था भी की जाएगी, वेलनेस सेंटर पर लोगों को योग भी सिखाया जाएगा.
पर्यटन स्थलों को लेकर खास फोकस
आयुष विभाग का पर्यटन स्थलों पर वेलनेस सेंटर खोलने को लेकर खास फोकस है. इसके लिए पर्यटन विभाग और वन विभाग के साथ मिलकर तैयारी की गई है. पर्यटन विभाग के होटलों और मध्य प्रदेश ईको टूरिज्म बोर्ड द्वारा डिवेलप किए गए पर्यटन स्थल पर आयुष ग्राम और वेलनेस सेंटर खोले जा रहे हैं ताकि यहां आने वाले पर्यटकों को योग और पंचकर्म जैसी तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें. विभाग के मंत्री के मुताबिक प्रदेश में एक हजार 476 आयुष डिस्पेंसरी हैं, इनमें से अभी 362 को एलोपैथी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बनाने की तैयारी चल रही है, इसके बाद चरणबद्ध तरीके से इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी.