भोपाल| मध्य प्रदेश में होने वाले 24 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव को लेकर राजनीतिक दलों की तैयारियां जोरों पर हैं, लेकिन इस बार का चुनाव आम आदमी से जुड़े मुद्दों की बजाय किसी और मुद्दों पर लड़े जाने वाला दिख रहा है. इसकी झलक अभी से दिखने भी लगी है. सियासत में ऑडियो-वीडियो के साथ पुलिस भी अब बड़ा किरदार बनती जा रही है, जिससे बहुत हद तक बातें साफ हो रही हैं.
प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से ऑडियो और वीडियो लगातार वायरल हो रहे हैं. पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का वह ऑडियो और वीडियो वायरल हुआ जिसमें वह इंदौर के सांवेर के कार्यकर्ताओं से चर्चा के दौरान कह रहे हैं कि कमलनाथ की सरकार केंद्रीय नेतृत्व के इशारे पर गिराई गई. इस ऑडियो के आने के बाद कांग्रेस हमलावर हो गई.
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कथित ऑडियो-वीडियो पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने तो यहां तक कह दिया है कि मैं तो शुरूआती दिन से ही कह रहा था कि बीजेपी ने मेरी बहुमत और जनादेश प्राप्त सरकार को जानबूझकर साजिश-षड्यंत्र और प्रलोभन का खेल रच गिराया है, क्योंकि मेरी सरकार किसानों का कर्ज माफ कर रही थी, युवाओं को रोजगार दे रही थी. महिलाओं को सुरक्षा देकर उनके सम्मान की रक्षा कर रही थी. अब तो इस बात की पुष्टि भी हो गई और सच्चाई भी प्रदेश की जनता के सामने आ गई कि मेरी सरकार को गिराने के लिए किस तरह की साजिश और खेल रचा गया और उसमें कौन-कौन शामिल था.
इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का एक वीडियो वायरल हुआ था. इस वीडियो को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया था. जिसे कथित तौर पर काट-छांट कर तैयार किया गया था, इस पर बीजेपी की ओर से क्राइम ब्रांच में शिकायत भी दर्ज कराई गई और दिग्विजय सिंह सहित रीट्वीट करने वाले लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है.
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पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तंज कसा और उन्हें इंटरनेशनल झूठ बोलने वाला करार देते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह इंटरनेशनल झूठे हैं. ऐसा झूठ बोलने वाला व्यक्ति हमने नहीं देखा. कमलनाथ की सरकार के दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस में शराब नीति का विरोध किया था, उस बयान का कुछ हिस्सा को काटकर चार सौ बीसी (420) की है.
बीजेपी द्वारा मामला दर्ज कराए जाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी शिवराज सिंह चौहान द्वारा बीते साल ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो ट्वीट किए जाने को लेकर थाने में शिकायत दर्ज कराने पहुंचे. यह ट्वीट कांग्रेस नेता राहुल गांधी से जुड़ा हुआ है, जिसमें आलू और सोने की बात है.
दिग्विजय सिंह का कहना है कि जिस आधार पर पुलिस ने उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है, उसी आधार पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ मामला दर्ज किया जाना चाहिए क्योंकि उन्होंने भी एक वीडियो को अपने ट्विटर हैंडल पर साझा किया था.
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CM शिवराज के अलावा कई ऑडियो और वीडियो लगातार वायरल हो रहे हैं और इनके जरिए कांग्रेस और बीजेपी एक-दूसरे पर निशाने साधने में लगी हुई है. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि राज्य की सियासत में आगामी समय में होने वाले विधानसभा के उपचुनाव में आम आदमी से जुड़े मुद्दे तो हावी रहेंगे ही साथ में ऑडियो-वीडियो से हमले भी कम नहीं होंगे. एडिटेड ऑडियो-वीडियो भी वायरल होंगे. इस तरह के मामले पुलिस तक भी पहुंचेंगे. इस तरह राज्य की राजनीति में ऑडियो-वीडियो के साथ पुलिस बड़ी भूमिका में होगी.