भोपाल। मध्य प्रदेश की प्रतिष्ठित दिलीप बिल्डकॉन लिमिटेड इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी को ठगने की कोशिश का मामला सामने आया है. कंपनी के बैंक खाते का एक चेक क्लोन किया गया था. इसमें कंपनी ने किराया का भुगतान किया था, जिसका भुगतान हो भी गया था, लेकिन उसी चेक को दूसरी बैंक में क्लियरेंस के लिए भेजा गया, तो इस फर्जीवाड़े का पता चला.
मामला राजधानी के चूना भट्टी थाने में पहुंचा. आवेदन के आधार पर पुलिस ने जालसाजी का मुकदमा दर्ज कर लिया है. फिलहाल इस मामले में आरोपी कौन है, यह पता नहीं चल सका है. जानकारी के अनुसार, दिलीप बिल्डकॉन इस वक्त राजधानी में मेट्रो प्रोजेक्ट समेत कई अन्य बड़े प्रोजेक्टों को पूरा कर रही है. इसका कॉर्पोरेट दफ्तर चूना भट्टी थाना क्षेत्र में हैं. कंपनी के अध्यक्ष भरत सिंह ने पुलिस थाने में शिकायत की थी. भरत सिंह ने बताया कि उनका एक खाता पंजाब नेशनल बैंक में हैं. बैंक से फोन आया, जिसके बाद इस फर्जीवाड़े का पता चला.
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दो आरोपियों को हिरासत में लिया
एडिशनल एसपी का कहना है कि इस मामले में दोनों ही पक्ष अपना-अपना बात रख रहे हैं. मामला वाहनों के टैक्स भरने को लेकर है, जिसमें कर्मचारी अपने कागज भी प्रस्तुत कर रहे हैं. वहीं दिलीप बिल्डकॉन भी अपनी दलीलें दे रहा है. ऐसे में दोनों ही पक्षों को सुनकर मामले की जांच की जा रही है. फिलहाल चूना भट्टी थाना पुलिस ने दिलीप बिल्डकॉन कंपनी के असिस्टेंट मैनेजर कन्हैयालाल वर्मा पर मुकदमा दर्ज किया है. इस मामले के आरोपी आशुतोष चतुर्वेदी, शिवांश कुमार और प्रणयाकांत झा है. पुलिस ने यह प्रकरण 12 मार्च की रात लगभग 10 बजे दर्ज किया, जिसमें जालसाजी, दस्तावेजों की कूटरचना, कर्मचारी का गलत काम में लिप्त होना, दस्तावेजों का गलत उपोयग करने जैसे प्रकरण शामिल है. पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया है. उनसे लगातार पूछताछ की जा रही है.