भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के चौथे दिन की कार्रवाई हंगामे के साथ हुई. अवैध खनन, सीधी हादसे पर चर्चा और पीड़ित परिवारों के परिजनों को नौकरी, चिटफंड कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर सदन में हंगामा हुआ.
यशपाल सिंह सिसोदिया ने सदन में उठाए सवाल
सदन की कार्रवाई के बीच मीडिया से चर्चा करते हुए बीजेपी विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया सदन में उठाये गए खाद घोटाले के मामले पर कहा कि मंदसौर नीमच जिलों में ट्रांसपोर्ट व्यवसाय के द्वारा गेहूं उपार्जन और खाद सरकारी सोसाइटी तक पहुंचाने में हेरा फेरी सामने आई है. मामले में सहकारिता विभाग ने क्यों कार्रवाई नहीं की.
मंत्री भदौरिया ने दिया जवाब
इस मामले पर सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया ने बयान दिया कि ठेकेदार और चौकीदार ने मिलकर खाद्य के परिवहन की हेराफेरी की थी. 3 करोड़ 57 लाख के गबन का मामला सिसोदिया ने उठाया है. जिसमें से 3 करोड़ रुपए की वसूली हो चुकी है. उन्होंने कहा कि वे विधायक को आश्वस्त करना चाहते हैं कि उनकी संपत्ति नीलाम कर वसूली करेगें. सहकारिता विभाग अगर नहीं कर सकता है तो हम कलेक्टर के माध्यम से नीलामी कर वसूली करेगें. पूरे मामले में जांच कराई जाएगी. उन्होंने चार महीने में जांच करने को कहा है. तीन महीने में जांच पूरी हो जाएगी.
पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ने माफियाओं पर कार्रवाई को बताया ढकोसला
पूर्व मंत्री डॉक्टर गोविद सिंह ने बयान दिया कि प्रदेश सरकार के मुखिया का माफियाओं के खिलाफ अभियान ढकोसला है. फर्जी चिटफंड कंपनी के संचालक लोगों को लूट रहे हैं. वर्षों से चिटफंड कम्पनियों के संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज है, लेकिन आज तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. फर्जी चिटफंड कंपनी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की तो कांग्रेस जनता को साथ लेकर प्रदर्शन करेगी.
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चिटफंड कंपनियों की कराएंगे जांच
इस मामले पर सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया ने कहा कि गरीबों लोग पचास से सौ रुपये जमा करते हैं, लेकिन ये चिटफंड कंपनी के संचालक गरीबों के पैसे लेकर भाग जाते हैं. हम सभी चिटफंड कंपनियों की जांच कराएंगे. मामले की जांच ईओडब्ल्यू (EOW) से करायेगें. उनसे भी कहेंगे की जांच समय पर पूरी हो. भोपाल में भी चिटफंड कंपनी का मामला सामने आया है.
निलय डागा पर कर रही बदले की कार्रवाई
वहीं पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कांग्रेस नेता निलय डागा के खिलाफ हुई कार्रवाई को राजनीतिक द्वेष बताया है. पूर्व मंत्री ने कहा कि पहले जब वो बीजेपी में थे, तब क्यों कार्रवाई नहीं की. कांग्रेस में आने के बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है. निलय डागा को सरकार ने बदले में जमीन दी थी. उस जमीन के सबन्ध में सारे कागजात डागा के पास हैं.
मुझे जान से मारने की धमकी मिल रही है
वहीं कांग्रेस विधायक कलावती भूरिया ने कहा कि पूर्व विधायक नागर सिंह चौहान चुनाव हारने के बाद मुझे धमकी दे रहे हैं. मुझे जान से मारने की धमकी आ रही है. मैंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र भी लिखा है लेकिन आज तक मुझे न्याय नहीं मिल है. खुद को बहन बेटियों का मामा कहने वाले सीएम शिवराज की कथनी और करनी में अंतर है. मेरी जगह पूर्व विधायक को सुरक्षा दी गई. कलावती भूरिया ने सुरक्षा न मिलने पर धरने पर बैठने की चेतावनी है.
विधानसभा सत्र में कमलेश्वर पटेल ने सीधी बस हादसे को लेकर स्थगन प्रस्ताव लाए थे. जिस पर सरकार ने 1 मार्च को चर्चा करने का अस्वाशन दिया था.