भोपाल। कोरोना वैक्सीनेशन को बढ़ावा देने के लिए भोपाल में सरकारी अमला लगातार नवाचार कर रहा है. गांवों में आशा कार्यकर्ता लक्ष्मी देवी नागर, सहायक सचिव और सहयोगी कृष्णा तोमर द्वारा छूटे हुए हितग्राहियों को कोविड-19 वैक्सीनेशन लगवाने के लिए आमंत्रण पत्र और पीले चावल देकर आमंत्रित किया जा रहा है. रविवार को आशा सहयोगी और आशा कार्यकर्ताओं ने खुद के हाथ से बनाए आमंत्रण पत्र और पीले चावल दिए. और वैक्सीनेशन के लिए ग्रामवासियो को शादी जैसा न्यौता दिया.
वैक्सीनेशन की भ्रांति को कर रहे दूर
कोरोना वैक्सीन को लेकर लोगों के भ्रम को दूर करने का काम आशा कार्यकर्ताओं की तरफ से किया जा रहा है. वह घर-घर जाकर बता रही हैं कि कोरोना जैसी बीमारी का एकमात्र इलाज वैक्सीन ही है. जिसको लेकर लोगों में खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में अलग-अलग भ्रांतियां हैं. टीका लगने से बुखार आना जैसी अफवाहें भी फैल रही हैं. सभी आशा कार्यकर्ता, ग्रामीण क्षेत्रों के मोहल्लों में जाकर लोगों को समझा रही हैं कि बुखार आना एक सामान्य प्रक्रिया है और कोई भी दिक्कत नहीं होती है. साथ ही 'कोरोना को हराना है तो वेक्सीन जरूर लगवाना है' का नारा भी दिया जा रहा है.
वीडियो में देखें! पीले चावल देकर कैसे किया जा रहा कोरोना वैक्सीनेशन के लिए लोगों को प्ररित
वैक्सीनेशन के फायदे गिनाए
आशा सहयोगी और कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर आमंत्रण पत्र देने और वैक्सीन के बारे में समझाने का असर भी हुआ है. कोरोना वेक्सीन के बारे में सहयोगी और आशाओ ने मोहल्ले के लोगो को इसके फायदे भी बताए. वहीं ग्रामीणों ने भी उनका सहयोग समर्थन करते हुए बात मानी और वेक्सीनेशन सेंटर पर वेक्सीन लगवाने के लिए तैयार हो गए.