भोपाल। प्रदेश में निगम मंडल की नियुक्तियों का रास्ता साफ हो गया है. सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और वीडी शर्मा से नियुक्तियों को लेकर अलग-अलग चर्चा की. ऐसे में अब माना जा रहा है कि केंद्रीय नेतृत्व की हरी झंडी के बाद, निगम मंडलों का इंतजार कर रहे नेताओं को पद मिल जाएगा.
जानें कब तक हो सकती हैं नियुक्तियां
दरअसल, सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश ने महाकौशल और विंध्य क्षेत्र का दौरा किया. इसके पहले वह मालवा निमाड़ के साथ-साथ मध्य भारत का दौरा कर चुके हैं, पार्टी का फीडबैक भी ले चुके हैं, वहीं मुरलीधर राव भोपाल आ रहे हैं, इन बैठकों के बाद माना जा रहा है कि जुलाई के आखिर या अगस्त के पहले सप्ताह में निगम मंडलों में नियुक्तियां हो सकती हैं.
16 महीने से खाली हैं पद
बता दें कि पिछले 16 महीने से निगम मंडल आयोग और प्राधिकरण में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति टलती जा रही है. इसी को लेकर चिंतन और मंथन किया जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक, सबसे पहले निगम मंडलों में कैबिनेट और राज्यमंत्री का दर्जा सिंधिया के करीबियों को दिया जाएगा.
किस आधार पर मिलेगी जगह
उसके बाद बीजेपी कि वह लोग जोकि मंत्रिमंडल में शामिल नहीं हो पाएं हैं, साथ ही इन लोगों को जातिगत और क्षेत्रीय समीकरणों के तहत एडजस्ट किया जाएगा. हालांकि, बीजेपी का मानना है की पार्टी में नेताओ के बीच किसी भी तरह की नाराजगी नहीं है, और जो फैसला करना है वह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को करना है.
इन दिग्गजों के नाम सबसे आगे
सिंधिया के करीबियों में इमरती देवी, गिर्राज दंडोतिया, मुन्नालाल गोयल, रणवीर जाटव, जसवंत जाटव और रघुराज कंसाना हैं, जिन्होंने मंत्री पद या विधायकी से इस्तीफा दिया था और वो लोग हैं जो उपचुनाव हार गए हैं. इसके अलावा पार्टी के बड़े चेहरों में, जोकि शिवराज या संघ के करीबी हैं, उनमें शामिला हैं, राजेंद्र शुक्ला, रामपाल सिंह, गौरीशंकर बिसेन, सीताशरण शर्मा, सुरेंद्र पटवा, पारस जैन, करण सिंह वर्मा, संजय पाठक ये पार्टी के बड़े चेहरे हैं, इनकी तरफ से पार्टी विरोधी बयान नहीं दिए गए हैं.