शनिवार को जयपुर में मौजूद कांग्रेस के सभी विधायक करीब एक बजे मेहंदीपुर बालाजी के दर्शन करने पहुंचे, कांग्रेस के इन विधायकों की जिम्मेदारी उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत को सौंपी गई.
स्वास्थ्य मंत्री तरुण भनोत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी देते हुए बताया कि बेंगलुरु में रुके सिंधिया समर्थक विधायक भोपाल वापस आ सकते हैं. इसी के साथ ही कल यानि रविवार को कैबिनेट बैठक होने की जानकारी भी दी गई. इस बैठक में शामिल होने के लिए मंत्री जयपुर से लौटने की बात कही गई.
दोपहर दो बजे आगर में जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने सरकार के मजबूत होने की बात कहते हुए बताया कि कांग्रेस के पास 121 विधायकों का समर्थन है, जबकि फ्लोर टेस्ट की स्थिति में बीजेपी के कई विधायक हमारे साथ आएंगे.
यहां प्रोफेसर पद से इस्तीफा मंजूर होने के बाद राज्यसभा के लिए बीजेपी के दूसरे प्रत्याशी डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी के चुनाव लड़ने का रास्ता साफ हो गया.
दोपहर करीब दो बजकर 40 मिनट पर खबर आई कि गुरूग्राम में मौजूद बीजेपी के सभी विधायक विधानसभा सत्र के दिन ही वापस भोपाल आएंगे.
दोपहर पौने तीन बजे सीएम हाउस पर बजट सत्र को लेकर कांग्रेस नेताओं की बैठक की गई, वहीं कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रामनिवास रावत ने प्रेस कांफ्रेंस की.
करीब तीन बजे पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राज्यपाल लाल जी टंडन से मुलाकात करने राजभवन गए और उन्हें प्रदेश चल सियासी खींचतान की जानकारी दी.
इसी बीच संसदीय कार्यमंत्री गोविंद सिंह ने कहा कि सरकार प्लोर टेस्ट के लिए तैयार है. साथ ही उन्होंने बताया कि कोरोना पर सरकार डॉक्टरों से चर्चा कर रही है, चिकित्सकों से सलाह लेने के बाद ही बजट सत्र पर कोई फैसला लिया जाएगा.
वहीं मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और महाधिवक्ता शशांक शेखर के साथ की बैठक. इस बीच खबर आई कि कांग्रेस मध्यप्रदेश में चल रहे सियासी घमासान को लेकर सुप्रीम कोर्ट जा सकती है.
इधर शिवराज और राज्यपाल दोपहर तीन बजे से चार बजे के बीच बीजेपी का प्रतिनिधि मंडल जिसमें प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव, पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा, भूपेंद्र सिंह और रामपाल सिंह और भूपेंद्र सिंह शामिल हैं, इन सभी ने शिवराज सिंह चौहान के भोपाल स्थित घर पर एक मीटिंग की.
चार बजे प्लोर टेस्ट की मांग को लेकर बीजेपी का प्रतिनिधि मंडल हरियाणा के पूर्व राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी और मध्यप्रदेश के पूर्व महाअधिवक्ता पुरूषेन्द्र कौरव के साथ राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंचे.
बीजेपी के फ्लोर टेस्ट की मांग पर शाम को कांग्रेस प्रवक्ता शोभा ओझा का बयान सामने आया. उन्होंने कहा कि फ्लोर टेस्ट की मांग से बड़ा मजाक और कुछ नहीं हो सकता. 22 विधायकों को बीजेपी ने बंधक बना रखा है और बंधक तो कुछ भी कहेगा. उन विधायकों को स्पीकर के सामने लाए पहले, जब तक इस्तीफे की पुष्टि नहीं हो जाती तब तक कांग्रेस सरकार बहुमत में है.
इसी बीच कल रविवार को कांग्रेस विधायकों की भोपाल रवानगी की खबर सामने आई. शाम 6.30 बजे संसदीय कार्य मंत्री गोविंद सिंह ने व्हिप जारी करने का जिक्र किया और मंत्री गोविंद सिंह के बयान के बाद शाम सात बजे मुख्यसचिव एसआर मोहंती डीजीपी विवेक जौहरी के साथ सीएम हाउस पहुंचे इस दौरान मंत्री जीतू पटवारी भी मौजूद रहे.
विधायकों के भोपाल पहुंचने को लेकर बनी डामाडोल स्थिति के बीच संसदीय कार्यमंत्री गोविंद सिंह ने व्हिप जारी कर दिया, अब विधानसभा के प्रत्येक विधायक को संसद के सत्र के लिए उपस्थित होना होगा और किसी भी विधायक के गैरहाजिर होने पर कार्रवाई की जाएगी.
शाम पौने आठ बजे कैबिनेट मंत्री तरुण भनोत मुख्यमंत्री निवास से निकले और कहा कि विधानसभा की कोई भी प्रक्रिया विधायकों के बिना पूरी नहीं हो सकती, विधायक भोपाल पहुंचे सरकार हर टेस्ट के लिए तैयार है. संवैधानिक कार्रवाई पर भनोत ने कहा- विधानसभा अध्यक्ष नियमपूर्वक काम करेंगे. जनादेश हमारे साथ है, एक गिरोह है जो जनादेश को लूटने का काम कर रहा है, मध्यप्रदेश की जनता उनको माफ नहीं करेगी.
शाम करीब आठ बजे सिंधिया समर्थक छह पूर्व मंत्री इमरती देवी, गोविंद सिंह राजपूत, तुलसी सिलावट, महेंद्र सिंह सिसोदिया, प्रद्युम्न सिंह तोमर और प्रभुराम चौधरी के इस्तीफे विधानसभा स्पीकर ने स्वीकार कर लिए.
शनिवार साढ़े आठ बजे के करीब मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा . पत्र में सीएम ने मध्यप्रदेश में बने हालातों का जिक्र करते हुए लिखा कि गृहमंत्री को इस और ध्यान देना चाहिए, उन्होंने कांग्रेस विधायकों बंदी बनाए जाने की बात पर अमित शाह से स्टेटमेंट देने की अपेक्षा की.