ETV Bharat / state

बर्ड फ्लू को लेकर भोपाल वन विहार में अलर्ट जारी

कोरोन संक्रमण के बीच मध्यप्रदेश में बर्ड फ्लू का भी खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है. प्रदेश में कौओं की हो रही मौत के बाद भोपाल वन विहार को अलर्ट कर दिया गया है. वन विहार में विशेष मैदानी अमले को तैनात किया गया है, जो लगातार नजर बनाए हुए हैं.

Crows death case
कौओं की मौत का मामला
author img

By

Published : Jan 6, 2021, 11:45 AM IST

भोपाल। प्रदेश में बर्ड फ्लू की दस्तक के साथ ही भोपाल वन विहार को अलर्ट कर दिया है. बर्ड फ्लू को देखते हुए पशु पालन विभाग ने भोपाल के वन विभाग में मैदानी अमले को सतर्क रहने और किसी भी तरह से मरे पक्षियों के मिलने पर वैज्ञानिक रूप से सैंपल लेने और निष्पादन के आदेश जारी किया है.

वन विहार में अलर्ट जारी
पशुपालन विभाग ने जारी की गाइडलाइन
पशुपालन विभाग द्वारा गाइडलाइन जारी कर जानवरों में दूरी रखने के साथ ही पक्षियों के संपर्क आने पर भी रोक की कोशिश करने की अपील वन विभाग से की है. जिसके चलते वन विहार में विशेष मैदानी अमले को तैनात किया गया है, जो लगातार नजर बनाए हुए हैं. साथ ही किसी तरीके से मृत पक्षी विहार क्षेत्र में मिलता हैं तो तुरंत ही सूचित करने के निर्देश जारी किए हैं.
वन विहार सहित सभी टाइगर रिजर्व में अलर्ट
वन विभाग के बाद अपर प्रधान वन संरक्षक जेएस चौहान ने बताया की वेंटनरी विभाग के संयुक्त संचालक द्वारा बर्ड फ्लू के लिए गाइडलाइन जारी किया गया हैं. उसको सभी फारेस्ट आफिस में भेज दिया गया है. सभी अधिकरियों से लेकर जमीनी अमले तक इस तरह के पक्षियों की मौत की जानकारी मिलते ही सूचना देने सहित पक्षियों को दफनाने करने तक का प्रोटोकॉल का पालन करने को कहा गया है. साथ ही कहीं से इस तरह के मामले आते है तो वहां पर अतिरिक्त सतकर्ता रहने की जरूरत है.
वर्ल्ड फ्लू ने बढ़ाई चिंता
वन विहार सहित पूरे आमले और पशु विभाग की चिंता बर्ड फ्लू ने बढ़ा दी है. लगातार बढ़ते पक्षियों की मौत से गंभीर रूप से चिंतित प्रशासन नजर आ रहा है. मंगलवार को ही अलग-अलग शहरों में 150 से ज्यादा पक्षियों की मरने की जानकारी मिली. जिसमें आगर मालवा में 36 मंदसौर में 30 नीमच में 20 गुना में 20 सीहोर में नो नागदा में सात उज्जैन में छह खंडवा में 5 और डेली कॉलेज इंदौर में 5 पक्षियों मिले हैं.

मध्यप्रदेश में बढ़ रहा है बर्ड फ्लू का खतरा

राजस्थान में अब तक 600 से अधिक कौओं की मौत हो चुकी है. वहीं इंदौर में डेढ़ सौ से ज्यादा कौवे मृत पाए गए हैं. इंदौर के अलावा उज्जैन, नीमच और मंदसौर में लगातार बड़ी संख्या में कौवा की मौत हो चुकी है. इसके अलावा खंडवा में कौवा के साथ बगुले भी मारे जा रहे हैं. नतीजतन मध्य प्रदेश सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया है. इधर माइग्रेट होकर आने वाले पक्षियों के कारण बर्ड फ्लू का संक्रमण चिड़ियाघर के पक्षियों में ना फैल जाए, इसलिए चिड़ियाघर प्रशासन ने पक्षियों के पिंजरा और बाड़ों के आसपास एंटीवायरल दवाओं का छिड़काव शुरू कर दिया है. इसके अलावा कैल्शियम ऑक्साइड और गेमैक्सीन जैसी दवाओं से चिड़ियाघर को वायरस मुक्त करने के प्रयास हो रहे हैं. जिससे कि किसी भी तरह के संक्रमण को फैलने से पहले ही नष्ट किया जा सके. इसके अलावा चिड़ियाघर प्रशासन ने अलग-अलग दल बनाकर पक्षियों के संक्रमण को लेकर अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं. वही चिड़ियाघर के आसपास आने वाले बाहरी पक्षियों को रोकने के लिए प्रयास हो रहे हैं. वन्य पक्षियों की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए उन्हें इम्यूनोल जैसी दवाइयां दी जा रही हैं.

भोपाल। प्रदेश में बर्ड फ्लू की दस्तक के साथ ही भोपाल वन विहार को अलर्ट कर दिया है. बर्ड फ्लू को देखते हुए पशु पालन विभाग ने भोपाल के वन विभाग में मैदानी अमले को सतर्क रहने और किसी भी तरह से मरे पक्षियों के मिलने पर वैज्ञानिक रूप से सैंपल लेने और निष्पादन के आदेश जारी किया है.

वन विहार में अलर्ट जारी
पशुपालन विभाग ने जारी की गाइडलाइन
पशुपालन विभाग द्वारा गाइडलाइन जारी कर जानवरों में दूरी रखने के साथ ही पक्षियों के संपर्क आने पर भी रोक की कोशिश करने की अपील वन विभाग से की है. जिसके चलते वन विहार में विशेष मैदानी अमले को तैनात किया गया है, जो लगातार नजर बनाए हुए हैं. साथ ही किसी तरीके से मृत पक्षी विहार क्षेत्र में मिलता हैं तो तुरंत ही सूचित करने के निर्देश जारी किए हैं.
वन विहार सहित सभी टाइगर रिजर्व में अलर्ट
वन विभाग के बाद अपर प्रधान वन संरक्षक जेएस चौहान ने बताया की वेंटनरी विभाग के संयुक्त संचालक द्वारा बर्ड फ्लू के लिए गाइडलाइन जारी किया गया हैं. उसको सभी फारेस्ट आफिस में भेज दिया गया है. सभी अधिकरियों से लेकर जमीनी अमले तक इस तरह के पक्षियों की मौत की जानकारी मिलते ही सूचना देने सहित पक्षियों को दफनाने करने तक का प्रोटोकॉल का पालन करने को कहा गया है. साथ ही कहीं से इस तरह के मामले आते है तो वहां पर अतिरिक्त सतकर्ता रहने की जरूरत है.
वर्ल्ड फ्लू ने बढ़ाई चिंता
वन विहार सहित पूरे आमले और पशु विभाग की चिंता बर्ड फ्लू ने बढ़ा दी है. लगातार बढ़ते पक्षियों की मौत से गंभीर रूप से चिंतित प्रशासन नजर आ रहा है. मंगलवार को ही अलग-अलग शहरों में 150 से ज्यादा पक्षियों की मरने की जानकारी मिली. जिसमें आगर मालवा में 36 मंदसौर में 30 नीमच में 20 गुना में 20 सीहोर में नो नागदा में सात उज्जैन में छह खंडवा में 5 और डेली कॉलेज इंदौर में 5 पक्षियों मिले हैं.

मध्यप्रदेश में बढ़ रहा है बर्ड फ्लू का खतरा

राजस्थान में अब तक 600 से अधिक कौओं की मौत हो चुकी है. वहीं इंदौर में डेढ़ सौ से ज्यादा कौवे मृत पाए गए हैं. इंदौर के अलावा उज्जैन, नीमच और मंदसौर में लगातार बड़ी संख्या में कौवा की मौत हो चुकी है. इसके अलावा खंडवा में कौवा के साथ बगुले भी मारे जा रहे हैं. नतीजतन मध्य प्रदेश सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया है. इधर माइग्रेट होकर आने वाले पक्षियों के कारण बर्ड फ्लू का संक्रमण चिड़ियाघर के पक्षियों में ना फैल जाए, इसलिए चिड़ियाघर प्रशासन ने पक्षियों के पिंजरा और बाड़ों के आसपास एंटीवायरल दवाओं का छिड़काव शुरू कर दिया है. इसके अलावा कैल्शियम ऑक्साइड और गेमैक्सीन जैसी दवाओं से चिड़ियाघर को वायरस मुक्त करने के प्रयास हो रहे हैं. जिससे कि किसी भी तरह के संक्रमण को फैलने से पहले ही नष्ट किया जा सके. इसके अलावा चिड़ियाघर प्रशासन ने अलग-अलग दल बनाकर पक्षियों के संक्रमण को लेकर अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं. वही चिड़ियाघर के आसपास आने वाले बाहरी पक्षियों को रोकने के लिए प्रयास हो रहे हैं. वन्य पक्षियों की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए उन्हें इम्यूनोल जैसी दवाइयां दी जा रही हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.