भोपाल। प्रदेश में बर्ड फ्लू की दस्तक के साथ ही भोपाल वन विहार को अलर्ट कर दिया है. बर्ड फ्लू को देखते हुए पशु पालन विभाग ने भोपाल के वन विभाग में मैदानी अमले को सतर्क रहने और किसी भी तरह से मरे पक्षियों के मिलने पर वैज्ञानिक रूप से सैंपल लेने और निष्पादन के आदेश जारी किया है.
मध्यप्रदेश में बढ़ रहा है बर्ड फ्लू का खतरा
राजस्थान में अब तक 600 से अधिक कौओं की मौत हो चुकी है. वहीं इंदौर में डेढ़ सौ से ज्यादा कौवे मृत पाए गए हैं. इंदौर के अलावा उज्जैन, नीमच और मंदसौर में लगातार बड़ी संख्या में कौवा की मौत हो चुकी है. इसके अलावा खंडवा में कौवा के साथ बगुले भी मारे जा रहे हैं. नतीजतन मध्य प्रदेश सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया है. इधर माइग्रेट होकर आने वाले पक्षियों के कारण बर्ड फ्लू का संक्रमण चिड़ियाघर के पक्षियों में ना फैल जाए, इसलिए चिड़ियाघर प्रशासन ने पक्षियों के पिंजरा और बाड़ों के आसपास एंटीवायरल दवाओं का छिड़काव शुरू कर दिया है. इसके अलावा कैल्शियम ऑक्साइड और गेमैक्सीन जैसी दवाओं से चिड़ियाघर को वायरस मुक्त करने के प्रयास हो रहे हैं. जिससे कि किसी भी तरह के संक्रमण को फैलने से पहले ही नष्ट किया जा सके. इसके अलावा चिड़ियाघर प्रशासन ने अलग-अलग दल बनाकर पक्षियों के संक्रमण को लेकर अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं. वही चिड़ियाघर के आसपास आने वाले बाहरी पक्षियों को रोकने के लिए प्रयास हो रहे हैं. वन्य पक्षियों की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए उन्हें इम्यूनोल जैसी दवाइयां दी जा रही हैं.