भोपाल । पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने महिला स्व सहायता समूह, जिन्होंने माइक्रो फायनेंस कंपनियों का ऋण ले रखा है, उनके मार्च 2020 से लेकर जून 2020 तक चार माह की किस्त सरकार से जमा करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि इसी तरह ग्रीन एरिया में निर्माण की छूट तो दे दी गई, लेकिन सामग्री की सप्लाई न होने के कारण यह छूट बेमानी साबित हो रही है.
पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि लॉकडाउन के कारण आज सभी वर्ग परेशानी में हैं. गरीब वर्ग जिनके आर्थिक कल्याण के लिए प्रदेश में एक लाख महिला स्व सहायता समूह हैं, ये सभी आज बहुत बदतर हालत में हैं, क्योंकि दैनिक जीवन के उपयोग की वस्तुओं के अभाव के साथ ही वे कर्जदार भी हो रही हैं.
अजय सिंह ने कहा कि स्व सहायता समूह चलाकर अपना जीवन बसर करने वाली महिलाओं के सामने इस समय सबसे बड़ा संकट कर्ज न चुका पाना है, जो उन्होंने माइक्रो फायनेंस अथवा बैंकों से लिया था. लॉकडाउन के कारण उनके सारे काम बंद हैं. पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री को तत्काल ऐसे सभी महिला स्व सहायता समूहों के कर्ज की किस्त चुकाना चाहिए, ताकि वे कर्जदार न हों और लॉकडाउन ख़त्म होने के बाद वे बगैर किसी दबाव के अपना काम शुरू कर सकें.
अजय सिंह ने कहा कि इसी तरह ग्रीन एरिया में निर्माण की छूट देकर सरकार ने इस बात का ध्यान नहीं रखा कि बगैर निर्माण सामग्री के यह छूट निरर्थक है. उन्होंने कहा कि बगैर सीमेंट, सरिया के कोई निर्माण नहीं हो सकता. लॉकडाउन होने के कारण इनकी सप्लाई नहीं है, जिससे छूट का लाभ नहीं मिल पा रहा. उन्होंने कहा कि ग्रीन एरिया में निर्माण कार्य शुरू होने से मजदूरों को रोजगार मिल सकेगा और वे भुखमरी से बच सकेंगे.
अजय सिंह ने दिया सुझाव
अजय सिंह ने मुख्यमंत्री से कहा कि निर्माण सामग्री सप्लाई भी खुलवायें, ताकि गरीब वर्ग को इसका लाभ मिल सके. अजयसिंह ने मुख्यमंत्री को सुझाव दिया है कि वे कोरोना महामारी के संकट के समय एक लाख जन स्वास्थ्य रक्षकों की सेवायें लें. इससे गांव-गांव में लोगों को जागरूक बनाने के साथ उन्हें बीमारी से बचने के उपाय बताये जा सकेंगे और ग्रामीणों को आवश्यक स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध हो सकेंगी.