भोपाल। भारत-चीन के बीच हुई सैन्य झड़प में देश के 20 जवान शहीद हुए हैं, इस घटना से लोगों में आक्रोश है तो वहीं इसे लेकर सियासी गलियारों में भी हलचल तेज हो गई हैं. पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने सरकार को सुझाव दिया है. उन्होंने कहा, देश की सीमाओं की रक्षा करते देश के जवान शहीद होते हैं. उनके परिवारों की सहायता के लिए देश का हर नागरिक अपनी भागीदारी निभा सके, इसके लिए सरकार शहीदों के नाम से जनता कोष बनाए, जिसमें हर एक खाता धारक के खाते से एक रुपये इस कोष में जमा हो और इसमें एकत्रित राशि शहीदों के परिवारों को दी जाए.
दरअसल, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने सरकार को सुझाव देते हुए कहा कि भारतीय सेना के जवान अपने परिवारों को छोड़कर दुर्गम इलाकों में रहकर भारतीय सीमा की रक्षा करते हैं और दुश्मनों से जांबाजी के साथ लड़कर अपनी जान तक गवां देते हैं. इन जवानों के परिवारों के प्रति देश के हर नागरिक यह जिम्मेदारी है कि वह भी उन्हें आर्थिक रूप से संबल देने में भागीदारी निभाएं. यह इस देश के हर नागरिक की जवानों के परिवार के प्रति जिम्मेदारी है कि जो जवान देश की रक्षा करने के साथ ही उनके जीवन की भी रक्षा कर रहा है. उनके लिए आगे आकर उनके परिवारों का संबल बनना चाहिए. क्योंकि यह जवान देश और उनके जीवन की रक्षा के लिए ही अपने प्राणों तक की परवाह नहीं करते हैं.
इस तरह एकत्रित हो राशि
अजय सिंह ने सरकार को सुझाव दिया है कि सरकार इसके लिए शहीदों के नाम जनता कोष बनाये, जिसमें देश के हर खाताधारक के खाते से एक रुपये इस कोष में जमा हो. इसे स्वैच्छिक भी बनाया जा सकता है कि जो भी नागरिक अपने खाते से इस कोष में जमा करने के लिए एक रुपए काटने की सहमति देता है, तो उसके खाते से यह राशि हर माह काट कर इस कोष में जमा हो जाए. उन्होंने कहा कि हर खाताधारक इसके लिए अपनी सहमति बैंक को लिखकर दें. पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि देश और हमारे वीर जवानों के प्रति अपने दायित्वों का निर्वाह देश के हर नागरिक को करना चाहिए. सभी को आगे आकर भागीदार बनना चाहिए.