भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल (bhopal aqi) भी अब वायु प्रदूषण पैमाने में डेंजर जोन में आ चुकी है. आबो हवा में अब प्रदूषण फैलने लगा है. एयर क्वालिटी इंडेक्स (bhopal air quality index today) भी 258 पर पहुंच चुका है. यह स्थिति बहुत है चिंता जनक है. अगर प्रदूषण पर कंट्रोल नहीं किया गया तो हालात और भी गंभीर हो जाएंगे.
इंडेक्स बढ़ने से सांस लेने में तकलीफ
एमपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक, 2 दिसंबर को भोपाल का एक्यूआई 258 दर्ज हुआ था. इससे पता चलता है कि भोपाल की एयर क्वालिटी खराब स्तर पर पहुंच चुकी है. ऐसे में लोगों को सांस लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है. पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने 21 हॉट स्पॉट स्टेशन चिह्नित किये हैं. यह सूची बोर्ड ने नगर निगम प्रशासन को भेजी है और तत्काल नियंत्रण की दिशा में कदम उठाने की सलाह दी है.
प्रदूषण के यह कारक हैं जिम्मेवार
उखड़ी हुईं सड़कें, ट्रैफिक जाम और गाड़ियों से निकलने वाले धुएं के कारण हवा अधिक प्रदूषित हो रही है. (bad aqi hotspot in bhopal) जिले में सुभाष नगर, श्मशान घाट, गोविंदपुरा, सॉलिड वेस्ट, सारथी हॉस्पिटल, होशंगाबाद एमपी नगर पुलिस स्टेशन, कोलार थाना रोड, भोपाल रेलवे स्टेशन, भोपाल टॉकीज चौराहा, क्लॉथ मार्केट, बैरागढ़, सर्व धर्म नगर चौराहा, ज्योति टॉकिज, 10 नंबर चौराहा सहित कई भीड़ वाले इलाके ऐसे हैं जहां का प्रदूषण स्तर बहुत खराब हो चुका है.
सभी शहरों में वायु प्रदूषण बढ़ रहा है. इसका कारण खराब सड़कें और गाड़ियों से निकलने वाला धुआं है. जिन एजेंसियों को वायु प्रदूषण पर नियंत्रण रखना है, वे नियमों का पालन कड़ाई से लागू नहीं करा पाते.
सुभाष पाण्डेय, पर्यावरणविद
बचाव का एक ही तरीका है कि हम मास्क लगाएं और ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाएं. वायु प्रदूषण से फेफड़ों में खराबी, हृदय के रोग, सांस रोग संबंधी बीमारी होने लगती हैं.
डॉ. राकेश श्रीवास्तव, वरिष्ठ चिकित्सक
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एक्यूआई को 6 कैटेगरी में बांटा गया है. इसमें 0 से 50 के बीच एक्यूआई का मतलब शुद्ध वायु है. 51 से 100 के बीच मतलब वायु की शुद्धता संतोषजनक है. 101 से लेकर 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 खराब, 301 से 400 के बीच हवा का बेहद खराब लेबल माना जाता है. ऐसे में भोपाल का एक्यूआई 258 है.