भोपाल। शिवराज सिंह सरकार के समय मध्यप्रदेश को लगातार कृषि कर्मण अवार्ड हासिल हुए थे. उस समय प्रदेश की कृषि विकास दर भी 24 फीसदी दर्ज की गई थी. लेकिन प्रदेश में कमलनाथ सरकार आते ही यह आंकड़ा गिरकर 19 फीसदी पर पहुंच गया. इस विषय पर कृषि मंत्री सचिन यादव ने शिवराज सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं, उन्होंने कहा है कि शिवराज सरकार में कृषि विकास दर के फर्जी आंकड़े जारी किए गए, जब इन आंकड़ों की हमने जांच कराई, तब असलियत सामने आई है.
कृषि मंत्री सचिन यादव का कहना है कि सरकार बनने के बाद हमने शिवराज सिंह सरकार के समय के आंकड़ों की जांच कराई. खासकर उन आंकड़ों की जो भाजपा ने अपने कार्यकाल में कृषि विकास दर के लिए जारी किए थे. जांच में पता चला कि झूठी वाहवाही लूटने के लिए ये आंकड़ों की बाजीगरी की गई थी.
ये थे असली आंकड़े
सचिन यादव ने जांच के आंकड़े बताते हुए कहा कि वर्ष 2013-14 में प्रदेश की कृषि विकास दर -1.9 प्रतिशत, 2014-15 में 1.3 प्रतिशत, 2015-16 में -4.1 प्रतिशत और 2016-17 में 0.1 प्रतिशत थी, जिससे साफ है कि पूर्व की सरकार ने झूठे आंकड़े पेश किए थे.
शिवराज सिंह के मुख्यमंत्री रहते हुए प्रदेश को लहगातार कृषि कर्मण अवार्ड मिले थे, यहां तक कि दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती हुई कृषि विकास दर भी दर्ज की गई थी. पिछले दिनों प्रदेश पहुंचा नीति आयोग के दल एग्रीकल्चर ग्रोथ ज्यादा होने के बाबजूद भी दूसरे सेक्टरों को लाभ न मिलने पर आश्चर्य जताया था, जिसके बाद से ही कमलनात सरकार इसकी जांच करा रहा थी.