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बीजेपी के किसान सम्मेलन के बाद अब कांग्रेस लगाएगी गांव-गांव चौपाल, किसानों को बताएंगे खामिया- कुणाल चौधरी

मंगलवार को मध्य प्रदेश में किसानों को नए कृषि कानून के बार में बताने बीजेपी ने किसान सम्मेलन का आयोजन किया. ऐसे में अब कांग्रेस ने गांव-गांव जाकर किसान चौपाल लगाने का फैसला लिया है. विधायक कुणाल चौधरी ने बताया कि जो काले कानून केंद्र की मोदी सरकार किसानों के विरोध में लाई है, उनकी खामियां किसानों को बताएंगे.

MLA Kunal Chaudhary
विधायक कुणाल चौधरी
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Published : Dec 15, 2020, 10:26 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार जहां नए किसान कानूनों के समर्थन में किसान सम्मेलन आयोजित कर रही है, वही कांग्रेस अब किसान चौपाल लगाकर किसानों को कृषि कानूनों की खामियां गिनाएगी. मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष और विधायक कुणाल चौधरी ने ऐलान किया है कि हम गांव-गांव जाकर किसानों से मिलेंगे. उनसे चर्चा करेंगे और जो काले कानून केंद्र की मोदी सरकार किसानों के विरोध में लाई है, उनकी खामियां किसानों को बताएंगे.

कांग्रेस लगाएगी गांव-गांव चौपाल

किसानों को गुलाम बनाने तीन काले कानून लाई बीजेपी

मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष और विधायक कुणाल चौधरी का कहना है कि जिस प्रकार किसान विरोधी बीजेपी किसानों को गुलाम बनाने की के लिए तीन कानून लाई है, इन कानूनों को बदलवाने के लिए पूरी ताकत के साथ किसान खड़ा है. हम भी उन किसानों के बीच जाएंगे और उन बातों को रखेंगे, कि कैसे किसानों के साथ नफरत बीजेपी करती है. कहीं न कहीं बीजेपी किसान सम्मेलन के जरिए झूठ और फरेब की राजनीति करने का काम कर रही हैं.

किसान विरोधी काले कानून वापस लिए जाएं. जब तक ये कानून वापस नहीं होंगे, तब तक हर किसान अपने हक और अधिकार की लड़ाई लड़ेगा. इस देश के किसानों को गुलाम बनाने के लिए भाजपा की सरकार लगी है. चंद उद्योगपतियों के दबाव में देश के किसानों के प्रति जो भाव भाजपा का है, यहां के कृषि मंत्री उन्हें उग्रवादी, आतंकवादी और खालिस्तानी कहते हैं. मेरा एक सवाल है कि अगर ये आतंकवादी और उग्रवादी हैं, तो उन से चर्चा क्यों और अगर यह किसान है, तो सड़कों पर क्यों हैं ? स्पष्ट है कि काले कानून वापस लिए जाएं.

पढ़ें- किसान सम्मेलन का आगाज, सीएम बोले- चौकीदार चोर का नारा लगाने वाले कर रहे कृषि कानूनों का विरोध

किसानों के लिए नहीं उद्योगपतियों के लिए है ये कानून

विधायक कुणाल चौधरी कहते हैं कि कौन से किसान संगठनों और किसने कानूनों की मांग की है. आज तक बीजेपी ये नहीं बता पाई कि काले कानून की मांग किसने की, और किसने कहा कि ऐसे कानून बनाए जाएं. सिर्फ चंद चुनिंदा उद्योगपतियों ने घर में बैठकर ड्राफ्ट तैयार किए और उस ड्राफ्ट को कहीं न कहीं अध्यादेश के माध्यम से सदन में पारित करने का काम कर दिया. जनता ने आपको सत्ता जनसेवा के लिए दी थी. आप तानाशाही रवैया अपना रहे हैं. जनता आपको सड़क पर लाने का काम करेगी.

गांव-गांव में चौपाल लगाकर किसानों से करेंगे चर्चा

विधायक कुणाल चौधरी कहते हैं कि हम गांव-गांव जाकर चौपाल लगाएंगे और किसानों से चर्चा करेंगे. स्पष्ट है कि इन काले कानूनों के विरोध में हम किसानों के साथ खड़े होंगे.

भोपाल। मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार जहां नए किसान कानूनों के समर्थन में किसान सम्मेलन आयोजित कर रही है, वही कांग्रेस अब किसान चौपाल लगाकर किसानों को कृषि कानूनों की खामियां गिनाएगी. मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष और विधायक कुणाल चौधरी ने ऐलान किया है कि हम गांव-गांव जाकर किसानों से मिलेंगे. उनसे चर्चा करेंगे और जो काले कानून केंद्र की मोदी सरकार किसानों के विरोध में लाई है, उनकी खामियां किसानों को बताएंगे.

कांग्रेस लगाएगी गांव-गांव चौपाल

किसानों को गुलाम बनाने तीन काले कानून लाई बीजेपी

मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष और विधायक कुणाल चौधरी का कहना है कि जिस प्रकार किसान विरोधी बीजेपी किसानों को गुलाम बनाने की के लिए तीन कानून लाई है, इन कानूनों को बदलवाने के लिए पूरी ताकत के साथ किसान खड़ा है. हम भी उन किसानों के बीच जाएंगे और उन बातों को रखेंगे, कि कैसे किसानों के साथ नफरत बीजेपी करती है. कहीं न कहीं बीजेपी किसान सम्मेलन के जरिए झूठ और फरेब की राजनीति करने का काम कर रही हैं.

किसान विरोधी काले कानून वापस लिए जाएं. जब तक ये कानून वापस नहीं होंगे, तब तक हर किसान अपने हक और अधिकार की लड़ाई लड़ेगा. इस देश के किसानों को गुलाम बनाने के लिए भाजपा की सरकार लगी है. चंद उद्योगपतियों के दबाव में देश के किसानों के प्रति जो भाव भाजपा का है, यहां के कृषि मंत्री उन्हें उग्रवादी, आतंकवादी और खालिस्तानी कहते हैं. मेरा एक सवाल है कि अगर ये आतंकवादी और उग्रवादी हैं, तो उन से चर्चा क्यों और अगर यह किसान है, तो सड़कों पर क्यों हैं ? स्पष्ट है कि काले कानून वापस लिए जाएं.

पढ़ें- किसान सम्मेलन का आगाज, सीएम बोले- चौकीदार चोर का नारा लगाने वाले कर रहे कृषि कानूनों का विरोध

किसानों के लिए नहीं उद्योगपतियों के लिए है ये कानून

विधायक कुणाल चौधरी कहते हैं कि कौन से किसान संगठनों और किसने कानूनों की मांग की है. आज तक बीजेपी ये नहीं बता पाई कि काले कानून की मांग किसने की, और किसने कहा कि ऐसे कानून बनाए जाएं. सिर्फ चंद चुनिंदा उद्योगपतियों ने घर में बैठकर ड्राफ्ट तैयार किए और उस ड्राफ्ट को कहीं न कहीं अध्यादेश के माध्यम से सदन में पारित करने का काम कर दिया. जनता ने आपको सत्ता जनसेवा के लिए दी थी. आप तानाशाही रवैया अपना रहे हैं. जनता आपको सड़क पर लाने का काम करेगी.

गांव-गांव में चौपाल लगाकर किसानों से करेंगे चर्चा

विधायक कुणाल चौधरी कहते हैं कि हम गांव-गांव जाकर चौपाल लगाएंगे और किसानों से चर्चा करेंगे. स्पष्ट है कि इन काले कानूनों के विरोध में हम किसानों के साथ खड़े होंगे.

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