भोपाल। मध्यप्रदेश में हुए 28 विधानसभा चुनाव में हार के बाद अब कांग्रेस 2023 की तैयारियों में जुट रही है. इन तैयारियों के मद्देनजर कांग्रेस में आने वाले दिनों में बड़े फेरबदल देखने को मिलेंगे. प्रदेश कार्यकारिणी में जहां बदलाव की तैयारियां शुरू हो गई है, वहीं दूसरी तरफ युवा कांग्रेस, महिला कांग्रेस और NSUI के प्रदेश अध्यक्ष बदले जाने की भी चर्चा है.
युवा कांग्रेस और NSUI अध्यक्ष कर चुके हैं पद छोड़ने की पेशकश
मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता शहरयार खान के मुताबिक निश्चित ही युवा कांग्रेस और NSUI के अध्यक्ष अब विधायक बन चुके हैं. विधायक के रुप में वह अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगे. लंबे समय से उनकी मांग थी कि उनको इन दायित्वों से मुक्त किया जाए. निश्चित तौर पर बदलाव होना तय है, जहां तक प्रदेश संगठन की बात है, तो यह हमारा सर्वोच्च नेतृत्व देखेगा कि कब क्या करना है. और कमलनाथ भी प्रदेश में रहकर मध्यप्रदेश की सेवा करेंगे.
प्रदेश अध्यक्ष बनने पर ज्यादातर पदों पर कमलनाथ ने नहीं किया था बदलाव
कमलनाथ 1 मई 2018 को मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बने थे. प्रदेश अध्यक्ष का पद संभालते ही कमलनाथ चुनाव की तैयारियों में जुट गए थे. चुनाव के लिहाज से उन्होंने संगठन में किसी बड़े तरीके का फेरबदल नहीं किया था. हालांकि अरुण यादव के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटने के बाद उनकी टीम की जगह कमलनाथ ने अपनी टीम बैठाई थी, लेकिन पार्टी के अन्य मोर्चा प्रकोष्ठ और विभागों में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया था.
युवा कांग्रेस और NSUI अध्यक्ष बन चुके हैं विधायक
मप्र युवा कांग्रेस अध्यक्ष कुणाल चौधरी पहले ही विधानसभा चुनाव 2018 में कालापीपल से विधायक चुने गए हैं. 2018 चुनाव में एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष विपिन वानखेड़े को भी आगर विधानसभा से टिकट मिला था, लेकिन तब वह नहीं जीत पाए थे. लेकिन हाल ही में हुए उपचुनाव में वह जीत हासिल कर चुके हैं. जनवरी-फरवरी 2020 में युवा कांग्रेस और एनएसयूआई में संगठन चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई थी, लेकिन अचानक से सिंधिया समर्थकों की बगावत के कारण यह प्रक्रिया रोक दी गई. अब दोनों प्रदेश अध्यक्ष पद से हटेंगे और नए प्रदेश अध्यक्ष का चयन किया जाएगा.
दिवाली बाद तदर्थ समिति की होगी घोषणा
उपचुनाव की मतगणना के पहले ही दिल्ली में कमलनाथ और मध्य प्रदेश के प्रभारी महासचिव मुकुल वासनिक की बैठक हुई थी. इस बैठक में तमाम बदलावों पर खाका तैयार कर लिया गया था. कांग्रेस सूत्रों की माने तो कमलनाथ मध्य प्रदेश कांग्रेस में एक तदर्थ समिति बनाने जा रहे हैं, जो प्रदेश कांग्रेस का कामकाज देखेगी और बाद में प्रदेश कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा. सूत्रों की मानें तो यह सूची तैयार हो चुकी है और कमलनाथ भी इस सूची पर मुहर लगा चुके हैं. लेकिन इसकी घोषणा दिवाली के बाद होगी.