भोपाल| देश में मिलावटखोरों के कहर से अब शुद्धता की गारंटी देने वाला सांची दूध भी नहीं बच पाया है. सांची दूध के टैंकरों में मिलावटखोर सेंध मारने में लगे हैं. मामला तब सामने आया जब मंडीदीप में एक ढाबे से टैंकर से दूध चोरी होने लगा. आरोपियों ने चोरी पकड़ी न जाए इसके लिए यूरिया निर्मित सिंथेटिक दूध और गंदा पानी भरकर दूध की भरपाई करते थे. जिस पर क्राइम ब्रांच ने कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को रंगें हाथों गिरफ्तार किया है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है.
दरअसल मंडीदीप की सीमा पर एक ढाबे पर मुलताई से दूध से भरा 20 हजार लीटर क्षमता का दूध टैंकर काफी देर से खड़ा था. देर रात मुखबिर की सूचना पर क्राइम ब्रांच और खाद्य विभाग की टीम ने भोपाल मंडीदीप हाइवे रोड पर पहुंचकर टैंकर की जांच की, जिसमें पता चला कि इसकी सील पहले ही तोड़ी जा चुकी है. वहीं टैंकर से 36 कैनों में दूध निकाला जा चुका है, एक कैन की क्षमता 50 लीटर है. जिस स्थान पर दूध रखा गया था वहां यूरिया उर्वरक भी मिला है.
क्राइम ब्रांच ने आशंका जताई है कि यूरिया की मदद से सिंथेटिक दूध बनाने के बाद उस टैंकर में भरकर चोरी किए गए हैं और असली दूध की भरपाई की जाती थी. इस मामले में खाद्य विभाग की टीम भी पड़ताल कर रही है. 20 हजार लीटर की क्षमता का ये टैंकर मुलताई- बैतूल से दूध लेकर भोपाल सांची डेयरी के लिए आ रहा था.
बता दें कि दूध चोरी किए जाने की शिकायत लंबे समय से प्रशासन को मिल रही थी. इसी पर भोपाल कमिश्नर कल्पना श्रीवास्तव ने कार्रवाई करने के निर्देश दो दिन पहले ही दिए थे. इससे पहले भी एसडीएम हुजूर में फंदा के पास दूध के टैंकर को बीच में रोककर मिलावट की सूचना पर छापा मारा गया था, लेकिन उस समय टैंकर चालक कच्चे रास्ते से भागने में सफल हो गया था.