भोपाल। प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा को धमकी देने वाले आरोपी को भोपाल क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपी को ओडिशा के संबलपुर से गिरफ्तार किया है. एसपी साईं कृष्णा थोटा ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी जावेद अख्तर झारखंड के देवघर का रहना वाला है और ओडिशा में रहकर स्टील फैक्ट्री में काम करता है. पूछताछ में आरोपी जावेद अख्तर ने प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा को धमकी देने की बात कबूली है.
एसपी साईं कृष्णा थोटा का कहना है कि पूछताछ में आरोपी जावेद अख्तर ने बताया की फेसबुक पर उसने एक पोस्ट देखा था, जिसमें प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा धर्म के बारे में कुछ बोल रहे थे. इसलिए उसने जान से मारने की धमकी दी थी. पुलिस ने बताया की आरोपी के फेसबुक से करीब 2 हजार लोग जुड़े हुए हैं.
क्या है पूरा मामला
ये पूरा मामला इकबाल मैदान से शुरू हुआ. जहां पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के विरोध में कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद और अल्पसंख्यक समुदाय प्रदर्शन कर रहे थे. जिसपर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित कई नेताओं ने आपत्ति दर्ज की थी. साथ ही प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने भी कहा था कि फ्रांस में जाकर फ्रांस के राष्ट्रपति के खिलाफ प्रदर्शन करें. भारत में इसकी इजाजत नहीं दी जाती है. रामेश्वर शर्मा के इस पोस्ट पर आरोपी जावेद अख्तर ने अपशब्द भाषा का इस्तेमाल करते हुए रामेश्वर शर्मा को उत्तर प्रदेश के हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी जैसा ही परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी. धमकी के बाद रामेश्वर शर्मा ने डीजीपी को पत्र लिखकर पूरे मामले की जानकारी दी.
सोशल मीडिया पर तीन अलग-अलग अकाउंट धारकों द्वारा धमकी दी गई, जिसके बाद विधानसभा से क्राइम ब्रांच को लिखित आवेदन आया कि इस तरह से प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा को धमकी दी गई है, सूचना के बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रकरण दर्ज कर लिया. जिसके बाद पुलिस ने धारा 506, 507 के तहत प्रकरण दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी. पुलिस और भोपाल क्राइम ब्रांच की टीम आरोपी की तलाश में जुटी हुई थी. जांच के दौरान क्राइम ब्रांच की टीम को आरोपी का लोकेशन ओडिशा में मिला. लोकेशन मिलने के बाद क्राइम ब्रांच की टीम ओडिशा पहुंची, और आरोपी को गिरफ्तार किया.
क्या है कमलेश तिवारी हत्याकांड
18 अक्टूबर 2019 को लखनऊ के नाका इलाके में हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की दिनदहाड़े बेरहमी से हत्या कर दी गई थी, खुर्शेदबाग निवासी हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी ने घर में ही पार्टी कार्यालय बना रखा था, 18 अक्टूबर की दोपहर भगवा कुर्ता पहनकर बदमाश मिठाई के डिब्बे में पिस्टल और चाकू छिपाकर लाए और कमलेश तिवारी से मिलने के दौरान उनकी हत्या कर दी. और फरार हो गए.
फ्रांस के राष्ट्रपति का वो बयान जिसपर मचा है बवाल
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने मुस्लिम समुदाय को लेकर टिप्पणी करते हुए कहा था, कि इस्लाम एक ऐसा धर्म है. जिससे आज पूरी दुनिया में संकट है. उनके इस बयान के बाद दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में फ्रांस सरकार के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं. भारत में भी इमैन्युअल मैक्रों के इस बयान के बाद मुस्लिम समुदाय जमकर विरोध कर रहे हैं. भोपाल में कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने विरोध प्रदर्शन किया था.
2 हजार लोगों पर FIR दर्ज
भोपाल के इकबाल मैदान पर फ्रांस के राष्ट्रपति के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया था. इस प्रदर्शन का आह्वान कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने किया था. इस प्रोटेस्ट के लिए मसूद को केवल 30 लोगों की ही अनुमति दी गई थी. लेकिन देखते ही देखते सोशल मीडिया पर इस प्रदर्शन में शामिल होने का मैसेज इस कदर वायरल हुआ कि इकबाल मैदान पर हजारों की भीड़ इकट्ठा हो गई. इस दौरान फ्रांस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई और जमकर सोशल डिस्टेंसिंग की भी धज्जियां उड़ाई गई. हजारों की भीड़ में न तो किसी ने दो गज दूरी का ख्याल रखा और न ही कोई मास्क पहने नजर आया. इसके बाद प्रशासन हरकत में आया और कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करने का मुकदमा कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद समेत दो हजार लोगों पर दर्ज कर दिया गया. इसके बाद विधायक की गिरफ्तारी कर उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया. इस मामले में मैसेज वायरल करने वालों के खिलाफ भी पुलिस ने कार्रवाई की.
आरिफ मसूद पर कार्रवाई
दो मामलों में एफआईआर दर्ज होने के बाद गुरुवार सुबह अचानक नगर निगम का अमला खान गांव स्थित आरिफ मसूद के इंदिरा प्रियदर्शनी कॉलेज पहुंच गया. इस दौरान निगम के सैकड़ों कर्मचारी आधा दर्जन जेसीबी मशीन लेकर कॉलेज परिसर में पहुंचे. किसी हंगामे और अप्रिय घटना की आशंका को देखते हुए भारी पुलिस बल भी मौके पर तैनात कर दिया गया, जिसमें महिला पुलिस बल भी शामिल था. थोड़ी ही देर में निगम ने कार्रवाई शुरू की और परिसर में बने स्पोर्ट्स शेड को धराशाई कर दिया गया. इसके अलावा कॉलेज बिल्डिंग का एक हिस्सा भी बुलडोजर ने जमींदोज कर दिया गया. कार्रवाई की भनक लगते ही मसूद के समर्थक भी कॉलेज पहुंचे और कार्रवाई के विरोध में धरने पर बैठ गए. समर्थकों का आरोप था कि बदले की भावना से यह कार्रवाई की जा रही है. जिसका कोई नोटिस भी निगम ने पूर्व में नहीं दिया था. जबकि निगम के अधिकारियों ने कहा कि पहले ही कार्रवाई से जुड़ा नोटिस विधिवत तरीके से भेजा गया था. बताया जा रहा है कि कॉलेज बिल्डिंग का हिस्सा और शेड मिलाकर कुल 10 हजार स्क्वायर फीट से ज्यादा पर केचमेंट एरिया में निर्माण किया गया था, हालांकि इसे लेकर आरिफ मसूद का कहना है कि इस पर कोर्ट से उन्हें अनुमति मिल चुकी है.