भोपाल। साहित्य अकादमी और मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद भोपाल के आयोजन में आज दोपहर के सत्र में विभाजन गांधीजी तथा सद्भावना विषय पर चर्चा हुई. चर्चा में वक्ता जैसे अजय तिवारी, पुण्य प्रसून वाजपेयी, विनोद वर्मा, अरुण कुमार त्रिपाठी अनिल त्रिपाठी आदि ने अपने अपने विचार व्यक्त किए.
अनिल त्रिपाठी ने भारत विभाजन के कारणों की विस्तृत पड़ताल करते हुए विभाजन के पीछे भू राजनीतिक कारणों की विस्तृत विवेचना की.
रायपुर के पत्रकार विनोद शर्मा ने विभाजन की त्रासदी को यूरोप के होलोकास्ट की त्रासदी से भी बड़ा बताया. वहीं भोपाल के वरिष्ठ पत्रकार अरुण कुमार त्रिपाठी ने कहा कि अभय का मतलब सिर्फ यह नहीं कि आप किसी से ना डरें, बल्कि ये भी है कि आप से भी कोई ना डरे.
दिल्ली से आए वरिष्ठ पत्रकार पुण्य प्रसून वाजपेयी ने कहा कि गांधी के समय में भी गांधी को देखने की कई दृष्टि है. राज्य संग्रहालय भोपाल के सभागार में अभय राष्ट्रीय संगोष्ठी में वक्ताओं को सुनने के लिए बड़ी संख्या में श्रोता उपस्थित थे.