भोपाल। थाना प्रभारी की प्रताड़ना से तंग आकर भिंड जिले के एक परिवार ने मुख्यमंत्री आवास पहुंच कर मदद की गुहार लगाई है. परिवार ने आरोप लगाया है कि भिंड के ग्रामीण क्षेत्र के थाना प्रभारी ने एससी एसटी एक्ट के झूठे केस में फंसा दिया है और अब पुलिस उनके परिवार के साथ कुछ भी कर सकती है। पीड़ित परिवार के धरने की सूचना के बाद अधिकारियों से परिवार की मुलाकात कराई गई. परिवार ने आरोप लगाया है कि थाना प्रभारी उसकी पत्नी और बेटी को उठाकर ले जाता है.
मकान विवाद को लेकर पुलिस बना रही दबाव
परिवार के साथ सीएम हाउस के बाहर धरना देने पहुंचे देवेंद्र सिंह राजावत ने बताया कि उसने एक व्यक्ति से मकान खरीदा और 3 लाख उसे एडवांस में दिए हैं. मकान का सौदा 9 लाख में तय हुआ था लेकिन वह 28 लाख रुपए मांग रहा था. इसमें भिंड के देहात थाना के प्रभारी रामबाबू यादव और तीन पुलिसकर्मियों ने रुचि लेनी शुरू कर दी. इसके बाद दबाव बनाना शुरू कर दिया कि जो राशि एडवांस में दी है उसे लेकर मकान खाली कर दे. पुलिस की बात नहीं मानी तो प्रभारी ने दबाव बनाना शुरू कर दिया. देवेंद्र ने आरोप लगाया कि थाना प्रभारी आधी रात में उनकी पत्नी और बेटी को जबरन अपने साथ ले जाते हैं, जब वह थाने पहुंचते हैं तो टीआई थाने ही नहीं पहुंचते.
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सहमे परिवार ने सीएम हाउस के सामने दिया धरना
भिंड पुलिस के डर से सहमे परिवार ने सीएम हाउस के सामने धरना दिया, हालांकि काफी देर तक पुलिस और अधिकारियों ने उनकी सुध नहीं ली. बाद में मीडिया के पहुंचने के बाद पुलिसकर्मी पीड़ित परिवार को सीएम हाउस ले गए और अधिकारियों से मिलवाया. बता दें कि अधिकारियों से मिलने के बाद भी पीड़ित परिवार पुलिस के डर से सहमा हुआ है.
(family protested in front of CM House)