भोपाल। देश में कोरोना की दूसरी लहर से हाहाकार मचा हुआ है. इसी बीच संक्रमण की तीसरी लहर की खबर ने लोगों को डरा दिया है. बताया जा रहा है की इस लहर में खतरा सीधे बच्चों पर है. इस लहर में बच्चे संक्रमण का शिकार हो सकते है. संक्रमण की तीसरी लहर आने से पहले ही प्रदेश सरकार इसकी रोकथाम और उपचार की व्यवस्था में जुट गई है. बच्चों को संक्रमण से बचने और उपचार के लिए प्रदेश के मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों में उनके लिए अलग से 360 बिस्तर के ICU की व्यवस्था की जा रही.
हमीदिया में 50 बिस्तर का ICU बनेगा
तीसरी लहर आने से पहले ही प्रदेश सरकार इसकी रोकथाम और उपचार की व्यवस्था में जुट गई है. बच्चों को संक्रमण से बचने और उपचार के लिए प्रदेश के मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों में उनके लिए अलग से 360 बिस्तर के ICU की व्यवस्था की जा रही. मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के 13 शासकीय मेडिकल कॉलेज और उनके कोविड अस्पतालों के चिकित्सकों और चिकित्सा शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों के साथ मंथन और विमर्श किया. इस दौरान फैसला लिया गया कि बच्चों के लिए 360 बिस्तरों का ICU बनाया जाएगा. इसी कड़ी में भोपाल के हमीदिया अस्पताल में 50 बिस्तर ICU तैयार किया जाएगा. कोरोना संक्रमण में नवजात शिशु और बच्चों के उपचार के लिए मंत्री सारंग ने आवश्यक दवाइयां, इंजेक्शन, कंज्यूमेंबल्स आदि उप्लब्ध करवाने के निर्देश भी दिए.
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1000 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर स्थापित होंगे
मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि मध्य प्रदेश के 13 मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों में 1000 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर स्थापित किए जाएंगे. 1000 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में से 15% का बैकअप रखते हुए 850 ऑक्सीजन बेड को सेंट्रल ऑक्सीजन सप्लाई से अलग करते हुए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के माध्यम से संचालित किया जाएगा. उन्होंने ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के 24 घंटे संचालित करने के लिए अस्पताल में बिजली के विद्युत भार का आकलन, इलेक्ट्रिक सेफ्टी एवं ऑडिट, प्रत्येक बेड पर पवार प्लग कनेक्शन आदि की व्यवस्था चुस्त दुरुस्त करने के लिए सभी डीन को निर्देश दिए.