भोपाल। मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव के मैदान में उतरे टॉप 10 करोड़पति उम्मीदवारों में से सिर्फ 3 उम्मीदवार ही चुनाव जीत सके. मतदाताओं ने उम्मीदवारों की रईसी नहीं, बल्कि क्षेत्र में सक्रियता और पार्टी की नीतियों पर ही भरोसा दिखाया. जीतने वाले उम्मीदवारों में बीजेपी के चेतन्य कश्यप भी शामिल हैं, जो विधायक के तौर पर मिलने वाले वेतन भत्ते नहीं लेते रहे. विधानसभा चुनाव में उतरे टॉप 10 करोड़पति उम्मीदवारों की सूची में 2 बीजेपी, 7 कांग्रेस और 1 निर्दलीय शामिल थे.
विधानसभा में पहुंचे 3 सबसे करोड़पति विधायक: विधानसभा चुनाव में चुनकर पहुंचने वाले विधायकों की सूची में सबसे करोड़पति विधायक तीन हैं. इनमें दो बीजेपी जबकि एक विधायक कांग्रेस का हैं. बीजेपी के चेतन्य कश्यप एक बार फिर चुनकर विधानसभा पहुंचे हैं. वे विधानसभा के सबसे धनाढ्य विधायक हैं. चुनाव के पहले दाखिल किए गए शपथ पत्र में चेतन्य कश्यप ने अपनी कुल संपत्ति 296 करोड़ रुपए की बताई थी. उनकी कुल अचल संपत्ति 287 करोड़ और चल संपत्ति 8.16 करोड़ की है. चेतन्य कश्यप ने कांग्रेस के पारस सकलेचा को 60 हजार 708 वोटों के अंतर से हराया.
सबसे करोड़पति विधायक की सूची में दूसरा नाम बीजेपी के संजय पाठक का है. उनकी कुल संपत्ति 242 करोड़ रुपए की है. उनकी अचल संपत्ति 122 करोड़ और चल संपत्ति करीब 119 करोड़ की है. संजय पाठक कांग्रेस के नीरज दादा को 24 हजार 346 वोटों से हराकर चुनाव जीते हैं.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की कुल संपत्ति 134 करोड़ रुपए है. उनकी अचल संपत्ति 81 करोड़ और चल संपत्ति करीब 53 करोड़ रुपए की है. कमलनाथ ने इस बार छिंदवाड़ा विधानसभा सीट से बीजेपी के विवेक बंटी साहू को 36 हजार 594 वोटों से हराया.
यह करोड़पति हार गए चुनाव: चुनाव मैदान में उतरे कांग्रेस के सबसे करोड़पति उम्मीदवारों से में एक संजय शुक्ला चुनाव हार गए. उनकी कुल संपत्ति 217 करोड़ रुपए की है. इंदौर की 1 नंबर विधानसभा सीट से चुनाव में उतरे कांग्रेस के संजय शुक्ला 57 हजार 939 वोटों से हार गए. उन्हें बीजेपी के दिग्गज नेता कैलाश विजयवर्गीय ने चुनाव हराया.
नरसिंहपुर जिले की तेंदूखेड़ा विधानसभा सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता संजय शर्मा भी चुनाव हार गए. उनकी कुल संपत्ति 212 करोड़ रुपए की है. संजय शर्मा को बीजेपी के विश्वनाथ सिंह ने 12347 वोटों से हरा दिया.
कांग्रेस के करोड़पति उम्मीदवार निलय विनोद डागा भी चुनाव नहीं जीत सके. उनकी कुल संपत्ति 177 करोड़ रुपए है. कांग्रेस उम्मीदवार निलय विनोद डागा बीजेपी के हेमंत खंडेलवाल से चुनाव हार गए. हेमंत ने उन्हें 15533 वोटों से हराया.
रतलाम की आलोट विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरे करोड़पति निर्दलीय उम्मीदवार प्रेमचंद गुड्डू चुनाव नहीं जीत सके. बीजेपी के चिंतामणि मालवीय से वह 68 हजार 884 वोटों से हार गए. प्रेमचंद गुड्डू की कुल संपत्ति 149 करोड़ रुपए है.
इंदौर की देपालपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस के करोड़पति उम्मीदवार विशाल पटेल भी चुनाव नहीं जीत सके. उनकी कुल संपत्ति 141 करोड़ रुपए है. उन्हें बीजेपी के मनोज पटेल ने 13 हजार 698 वोटों से हराया.
कांग्रेस के करोड़पति दिग्गज नेता केपी सिंह भी इस बार चुनाव हार गए. केपी सिंह की कुल संपत्ति 140 करोड़ रुपए है. केपी सिंह इस बार शिवपुरी विधानसभा सीट से चुनाव में उतरे थे, लेकिन बीजेपी के देवेन्द्र जैन से 43030 वोटों से हार गए.
करोड़पति उम्मीदवार प्रभा गौतम भी कांग्रेस के टिकट पर चुनाव नहीं जीत सकीं. उनकी कुल संपत्ति 102 करोड़ रुपए है. उन्हें बीजेपी की नीना विक्रम वर्मा ने 9694 वोटों से हराया.
चुनाव में उतरे थे 265 करोड़पति उम्मीदवार: विधानसभा चुनाव बीजेपी-कांग्रेस सहित राष्ट्रीय पार्टियां द्वारा चुनाव मैदान में उतारे गए 711 उम्मीदवारों से से 69 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति थे. इनमें 5 करोड़ से ज्यादा संपत्ति वाले 10 फीसदी यानी 265 उम्मीदवार मैदान में उतरे थे. कांग्रेस द्वारा चुनाव मैदान में उतारे गए 230 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 13 करोड़ रुपए, जबकि बीजेपी के उम्मीदवारों की औसत आय 10 करोड़ रुपए थे. चुनाव मैदान में टॉप 10 संपत्ति वाले 10 उम्मीदवारों में 2 बीजेपी और 7 कांग्रेस और 1 निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव में उतरे थे, लेकिन इनमें से कई उम्मीदवारों को जनता ने नकार दिया.