भोपाल। शिक्षक दिवस के मौके पर राजधानी में राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह (State Level Teacher Award Ceremony) का आयोजन किया गया. शिक्षक दिवस पर इस बार मध्य प्रदेश सरकार (Government of Madhya Pradesh) ने जिन शिक्षकों को सम्मानित किया, उसमें सबसे अधिक संख्या उन शिक्षकों की रही, जिन्होंने करोना काल में भी बेहतर काम किया. किसी ने बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई में मदद की, तो किसी ने खुद के पैसों से बच्चों को शिक्षा की सामग्री मुहैया कराई.
27 शिक्षकों को किया गया सम्मानित
करोना के समय बच्चों के पास ना तो मोबाइल था ना पैसे और ना शिक्षा की व्यवस्था. ऐसे में कई शिक्षक उनके लिए गुरु के साथ गोविंद भी बने और उन बच्चों के लिए सारी व्यवस्था की. इस महामारी में उन को बेहतर शिक्षा प्रदान की. ऐसे ही शिक्षकों को शिक्षक दिवस के मौके पर स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने सम्मानित किया. वर्चुअल माध्यम से हुए इस सम्मान समारोह में 27 शिक्षकों का सम्मान हुआ.
भोपाल की वंदना पांडेय हुई सम्मानित
भोपाल की वंदना पांडेय (Vandana Panday) ने पर्यावरण के क्षेत्र में बेहतर कार्य किया, जिसके लिए उनको राज्य शिक्षा पुरस्कार से सम्मानित किया गया, इसके साथ ही वंदना ने उन बच्चों की भी मदद की, जिनके पास नए प्रोजेक्ट और पढ़ाई के लिए पैसे नहीं हुआ करते थे. करोना के समय जिन बच्चो के माता-पिता की नौकरी चली गई थी, वंदना ने उन बच्चों की आर्थिक मदद भी की.
छिंदवाड़ा की भावना, शहडोल की निधि हुई सम्मानित
छिंदवाड़ा की शिक्षक भावना शर्मा (Bhwavna Sharma) ने कोरोना काल में गरीब बच्चों के लिए मोबाइल बैंक बनाया. भावना शर्मा ने मोबाइल नहीं खरीद पाने वाले बच्चों के लिए स्कूल में मोबाइल बैंक बनाया था, बच्चे मोबाइल को स्कूल से इश्यू करवाकर ले जा सकते थे और पढ़ाई कर सकते थे. वहीं शहडोल की शिक्षिका निधि शुक्ला (Nidhi Shukla) ने खुद से नोट्स बनाकर उन बच्चों के घरों तक पहुंचाए जिनके पास ऑनलाइन क्लास में पढ़ने के लिए मोबाइल नहीं होता था. साथ ही निधि ने बच्चों को पढ़ाने के लिए खुद का ऐप भी तैयार किया था.
मुरैना के उमेश, गुना की सारिका को मिला पुरस्कार
मुरैना के उत्कृष्ट विद्यालय के शिक्षक उमेश तिवारी (Umesh Tiwari) विद्यालय में शिक्षण कार्य के साथ-साथ, स्काउट गाइड, एनएसएस और अन्य सामाजिक गतिविधियों में छात्रों को प्रशिक्षण दिया, वहीं गुना की सारिका जैन (Sarika Jain) ने सामान्य पढ़ाई के साथ ही पढ़ाई में नवाचार और क्रिएटिविटी का उपयोग कर बच्चों को पढ़ाया. सारिका ने नवाचार के तौर पर कोरोना काल के दौरान शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए शानदार काम किए इसके लिए सम्मानित किया गया.
भोपाल में स्कूली शिक्षा मंत्री हुए शामिल
शिक्षक सम्मान समारोह कार्यक्रम वैसे तो ऑनलाइन आयोजित किया गया, लेकिन भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में स्कूली शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार (Inder Singh Parmar) ने भोपाल की शिक्षक वंदना पांडे को सम्मानित किया. सम्मान समारोह में शिक्षकों को शॉल श्रीफल, प्रशस्ति पत्र और 25 हजार रुपए की सम्मान राशि दी गई. इसके अलावा राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित मंडला के शिक्षक शक्ति पटेल को भी राज्य सरकार की तरफ से सम्मानित किया गया.
इन शिक्षकों को मिला सम्मान
राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह 2021 (State Level Teacher Award Ceremony 2021) के ऑनलाइन कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न जिलों के 27 शिक्षकों को शिक्षण क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया. इन शिक्षकों में उज्जैन की प्राचार्य डॉ. चित्ररेखा जैन, राजगढ़ की व्याख्याता बबीता मिश्रा, दमोह के अजय कुमार सिंघई, डिंडोरी के उच्चतर माध्यमिक शिक्षक प्रशांत कुमार साहू, बालाघाट के शिक्षक गौरीशंकर पटले, बड़वानी के अनिल प्रबोध मिश्रा, बैतूल की ममता गोहर, भोपाल की वंदना पांडे को सम्मानित किया गया.
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इसके साथ ही छतरपुर के सचिन कुमार द्विवेदी, छिंदवाड़ा की भावना शर्मा, धार के बालकृष्ण शुक्ला, गुना की डॉ. सारिका जैन, मंदसौर के पंकज कुमार गुप्ता, मुरैना के उमेश कुमार तिवारी, नरसिंहपुर के सुशील कुमार शर्मा, रतलाम की सीमा अग्निहोत्री, सीहोर के संजय सक्सेना, सिवनी के अविनाश पाठक, शहडोल की डॉ निधि शुक्ला, शाजापुर के आशीष जोशी, टीकमगढ़ के शफी मोहम्मद, राजगढ़ के मोहन विश्वकर्मा और रमाकांत पांडे, भिंड के माध्यमिक शिक्षक मोहम्मद शकील, मंडला के अखिलेश उपाध्याय, देवास के महेश कुमार सोनी और नीमच के निर्मल राठौर को सम्मानित किया गया.