भोपाल। प्रदेश के मौजूदा डीजीपी विवेक जौहरी का कार्यकाल अगले माह समाप्त होने वाला है और नए डीजीपी को लेकर उच्च स्तर पर मंथन चल रहा है. हालांकि डीजीपी पद की दौड़ में 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी सुधीर सक्सेना का दावा सबसे मजबूत माना जा रहा है. फिलहाल वे केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं और माना जा रहा है कि इसी माह उनकी मध्य प्रदेश में वापसी हो सकती है. उधर सोशल मीडिया पर नए डीजीपी को लेकर चल रही अटकलों पर गृह विभाग ने साफ कर दिया है कि फिलहाल इसको लेकर विचार चल रहा है और अभी तक कोई भी प्रस्ताव यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन को नहीं भेजा गया है.
1987 बैच के आईपीएस सुधीर सक्सेना
केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर गृह मंत्रालय में पदस्थ 1987 बैच के सुधीर सक्सेना को डीजीपी पद का सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा है. सुधीर सक्सेना मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ओएसडी भी रह चुके हैं. पुलिस मुख्यालय की प्रमुख शाखाओं में शामिल प्रशासन के एडीजी की कमान भी वह संभाल चुके हैं. सुधीर सक्सेना अविभाजित मध्यप्रदेश में रायगढ़, छिंदवाड़ा, जबलपुर और रतलाम में एसपी रह चुके हैं औऱ डीआईजी बनने के बाद वे साल 2002 में सीबीआई में प्रतिनियुक्ति पर चले गए थे. प्रतिनियुक्ति से वापस लौटने के बाद वो आईजी इंटेलिजेंस बनाए गए. साथ ही कई महत्वपूर्ण शाखाओं में भी में पदस्थ रहे.
ये अधिकारी भी हैं डीजीपी की रेस में
मध्य प्रदेश के पुलिस के नए मुखिया के तौर पर किसकी ताजपोशी होगी, इसको लेकर मशक्कत चल रही है. इस दौड़ में कई पुलिस अधिकारियों के नाम शामिल है. इसमें सुधीर सक्सेना के अलावा पवन जैन भी डीजीपी की दौड़ में बने हुए हैं. विवेक जौहरी के कार्यकाल खत्म होने के बाद भी मध्य प्रदेश पुलिस के दूसरे नंबर के अफसर होंगे, हालांकि उनके सीनियर और साल 1996 बैच के पुरुषोत्तम शर्मा सस्पेंड हैं इसलिए सुधीर सक्सेना की दावेदारी को मजबूत माना जा रहा है. 1997 बैच के तीसरे क्रम पर स्पेशल डीजी अरुणा मोहन राव है लेकिन वो भी अगले महीने रिटायर्ड होने जा रही हैं. उनके बाद शैलेश सिंह और राजेंद्र कुमार मिश्रा भी 1987 बैच के अधिकारी हैं.
नहीं हुआ पैनल तैयार-गृह विभाग
उधर सोशल मीडिया पर डीजीपी के नाम को लेकर चल रही खबरों पर मध्य प्रदेश गृह विभाग ने सूचना जारी कर कहा है कि फिलहाल डीजीपी के पद पर नाम फाइनल करने को लेकर उच्च स्तर पर मंथन चल रहा है. नए डीजीपी को लेकर अभी तक यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन को कोई भी प्रस्ताव नहीं भेजा गया है. राज्य सरकार वरिष्ठता के आधार पर डीजीपी पद के लिए 3 आईपीएस अधिकारियों के नाम का पैनल यूपीएससी को भेजती है, इनमें से ही किसी एक के नाम पर अंतिम फैसला लिया जाता है.
(1987 batch IPS Sudhir Saxena) (MP New DGP)