भोपाल। मध्यप्रदेश की राजनीति में आया सियासी भूचाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही दलों के नेता एक-दूसरे पर लोकतंत्र की हत्या जैसे आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं. बता दें कि बीते मंगलवार की सुबह पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाए थे कि उनकी पार्टी के विधायकों को बीजेपी चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली ले जा रही है, जबकि बीजेपी ने इसे कांग्रेस की अंतर्कलह बताते हुए इससे अपने आप को दूर बताया था.
दिग्विजय के बयान के बाद से ही सियासी सरगर्मियां शुरू हो गई थी, लेकिन जैसी ही खबर आई की मध्यप्रदेश सरकार के 8 विधायकों ने दिल्ली के लिए उड़ान भरी है. सूबे के मुखिया कमलनाथ की कुर्सी हिंडोले खाने लगी. इसके बाद बीजेपी और कांग्रेस के बीच विधायकों की खींचतान का सियासी ड्रामा शुरु हो गया, जो अब तक थमने का नाम नहीं ले रहा है. अचानक से गायब हुए सरकार के आठ विधायकों में से पथरिया विधायक रामबाई को कांग्रेसी नेता अपने साथ लेकर आ गए. हालांकि बाद में सारे विधायक एक-एक विधायक कर राजधानी वापस आने लगे, हर विधायक के पास अपना एक नया बहाना था. हर कोई गायब होने के पीछे एक कहानी बता रहा था. तभी से सरकार को लेकर कांग्रेस और बीजेपी दोनों के नेता बयानबाजी कर रहे हैं. साथ ही पार्टी के वरिष्ठ नेता भी खींचतान में लगे हुए हैं.
सोमवार को एक बार फिर प्रदेश की राजनीति में उस समय उबाल आ गया जब खबर आई कि सिंधिया खेमे के 6 मंत्री और 11 विधायक लापता हो गए. सिंधिया समर्थित विधायकों और मंत्रियों का इस तरह अचानक गायब हो जाना किसी बड़े उलटफेर की ओर इशारा कर रहा है. गायब हुए विधायक और मंत्रियों के मोबाइल भी बंद थे. बताया जा रहा है कि गायब हुए सभी विधायक और मंत्री बेंगलुरू पहुंच गए हैं.
ये मंत्री हैं लापता
तुलसी सिलावट: तुलसीराम सिलावट प्रदेश सरकार में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री हैं. सिलावट इंदौर की सांवेर विधानसभा सीट से विधायक हैं.
गोविन्द सिंह राजपूत: गोविंद सिंह राजपूत सागर जिले के सुरखी से तीन बार विधायक रह चुके हैं. गोविंद सिंह राजपूत पहली बार 2003 में विधायक बने थे. राजपूत मध्यप्रदेश सरकार में राजस्व विभाग एवं परिवहन विभाग के मंत्री हैं.
प्रद्युम्न सिंह तोमर: प्रद्युम्न सिंह तोमर प्रदेश सरकार के खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग मंत्री और ग्वालियर विधानसभा से विधायक हैं. तोमर 2008 में पहली बार विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए थे.
इमरती देवी: इमरती देवी मध्यप्रदेश सरकार में महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री है. इमरती देवी 2008 में पहली बार विधायक बनीं, इसके बाद 2013 में दूसरी बार और 2018 में तीसरी बार विधायक बनीं. 2018 में मुख्यमंत्री कमलनाथ के मंत्रिमण्डल में मंत्री पद की शपथ ली.
प्रभुराम चौधरी: प्रभुराम चौधरी के पास मध्यप्रदेश सरकार में स्कूल शिक्षा विभाग का दायित्व है. चौधरी सांची विधानसभा क्षेत्र से तीसरी बार विधायक बनें.
महेंद्र सिसोदिया: महेंद्र सिसोदिया प्रदेश सरकार में श्रम विभाग मंत्री हैं. सिसोदिया गुना जिले के बमोरी विधानसभा से दूसरी बार विधायक बने हैं.
लापता विधायक
- ग्वालियर पूर्व से विधायक मुन्ना लाल गोयल
- मुरैना जिले के दिमनी विधानसभा क्षेत्र से विधायक गिरिराज दंडोतिया
- भिंड जिले के मेहगांव विधानसभा क्षेत्र से विधायक ओपीएस भदौरिया
- मुरैना जिले के अम्बाह विधानसभा से विधायक कमलेश जाटव
- धार जिले के बदनावर से कांग्रेस विधायक राजवर्धन सिंह
- मुरैना विधानसभा से विधायक रघुराज कंषाना
- मंदसौर से सुवासरा से निर्दलीय विधायक हरदीप सिंह डंग
- शिवपुरी के करैरा से विधायक जसवंत जाटव
- दतिया जिले के भांडेर से विधायक रक्षा सिरोनिया
- अशोक नगर विधानसभा क्षेत्र से विधायक जसपाल सिंह जज्जी
- ग्वालियर के गोहद विधानसभा से विधायक रणवीर जाटव
- शिवपुरी जिले के पोहरी विधानसभा से विधायक सुरेश धाकड़
- अशोकनगर जिले के मुंगावली से विधायक ब्रिजेंद्र यादव