भिंड। नशे के खिलाफ भिंड पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाईयां और रोकथाम के तमाम दावे एक बार फिर बेमतलब नजर आ रहे हैं. भिंड में एक युवक की मौत ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं. यहां मुरलीपुरा गांव के रहने वाले गोपाल शर्मा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है. मृतक के परिजन के मुताबिक शनिवार सुबह 6 बजे गोपाल अपने घर पर था जहां उसके दो दोस्त (जिनमें एक युवक बिंडवा गांव का रहने वाला बताया और दूसरा पंजाबी है जिसका नाम परिजन नहीं जानते) उसे अपने साथ कही ले गए थे.
- देर रात लौटा, सुबह हो गई मौत
मृतक की मां ने बताया कि उन्होंने अपने बेटे के फोन पर कॉल किया लेकिन दोस्तों ने उससे बात नहीं करवाई. रात करीब 10 बजे वह नशे की हालत में घर लौटा और सो गया. रविवार सुबह जब वह नहीं उठा तो उसे उठाया, उसकी तबियत बिगड़ी तो तुरंत जिला अस्पताल लाया गया लेकिन यहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.
- जहरीला पदार्थ खिलाकर हत्या का आरोप
पीड़ित परिजन ने बताया कि उसका बेटा नशे का आदी था. वह हमेशा स्मैक का नशा करता था साथ ही उसे अपने साथ ले जाने वाले दोनों आरोपी युवक भी स्मैक का नशा करते हैं. मृतक की मां का आरोप है कि उन दोनों युवकों ने उसके बेटे को कोई नशीला पदार्थ खिलाया है. जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई.
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- 'स्मैक' पर पुलिस ने साधी चुप्पी
पीड़ित परिवार ने न्याय की गुहार लगाते हुए जिला अस्पताल में हंगामा भी किया. जिसकी सूचना लगते ही देहात थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे और परिजन को समझाइश देकर मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए शवगृह पहुंचाया. पुलिस फिलहाल मामले में जांच की बात कह रही है, वहीं स्मैक को लेकर किए सवाल पर देहात थाना प्रभारी रटा-रटाया जवाब देते नजर आए.