भिंड। जम्मू कश्मीर के सांबा सेक्टर में पदस्थ बीएसएफ एसआई सुरेंद्रचंद्र भारद्वाज का शव उनके घर पहुंचा. यहां उस समय हंगामे की स्थिति बन गई जब चतुर्वेदी नगर स्थित शहीद पार्क में अंत्येष्टि का नक्सली हमले में शहीद जितेंद्र सिंह के माता-पिता ने विरोध कर दिया. हालांकि प्रशासन और पुलिस की समझाइश के बाद शहीद का अंतिम संस्कार हो गया. अंतिम संस्कार के दौरान बीएसएफ के जवानों ने 3 चक्र फायरिंग कर शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया.
पार्क नक्सली हमले में शहीद जितेंद्र सिंह के नाम पर बनाया गया है. शहीद की अंत्येष्टि की तैयारी के बीच नक्सली हमले में शहीद हुए जितेंद्र सिंह के परिजन पहुंच गए और शहीद पार्क में अंत्येष्टि करने पर विरोध जताने लगे. उन्होंने कहा कि पहले से ही शहीद के नाम पर बने पार्क में दाह संस्कार करना गलत है. शहीद जितेंद्र सिंह के पिता ने यहां तक कह डाला कि अगर यहां संस्कार किया जाएगा तो वह आत्मदाह कर कर लेंगे.
बता दें 52 वर्षीय सुरेशचंद्र भारद्वाज साल 1984 में बीएसएफ में भर्ती हुए थे. वर्तमान में वे बतौर एसआई बीएसएफ की 48वीं बटालियन में पदस्थ थे. 20 दिन पहले उन्हें त्रिपुरा से जम्मू के सांबा में तैनात किया गया था, जहां 6 जनवरी को तबीयत बिगड़ने के कारण जम्मू के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती किया गया था. 13 जनवरी को रात करीब सवा 11 बजे उनका निधन हो गया था.