भिंड। कोरोना संकट के बीच राज्य में लॉकडाउन किया गया है. इसी बीच जिले में अल्ट्रासाउंड कराने वाले मरीजों को निर्धारित रेट से ज्यादा फीस देनी पड़ रही है. जानकारी के बाद भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा कार्रवाई नहीं होने से सेंटर संचालकों के हौसले बुलंद हैं.
लॉकडाइन के वक्त लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं की सबसे ज्यादा जरूरत है. ऐसे में शहर में एक्का दुक्का जगह ही सोनोग्राफी जांच हो पा रही है, जिनमें शहर के एक निजी अल्ट्रासाउंड सेंटर का नाम सबसे पहले आता है.
लोगों का आरोप है कि इस सेंटर में मरीजों से निर्धारित मूल्य से ज्यादा फीस वसूली की जा रही है. लोगों ने बताया कि अमूमन सोनोग्राफी का चार्ज शहर के हर सेंटर पर 500- 700 रुपए है, लेकिन लॉकडाउन के दौरान कई अल्ट्रासाउंड मरीजों से 800 रुपये से 1100 रुपये वसूले जा रहे हैं.
'कहां से लाएं पैसा'
अल्ट्रासाउंड कराने गए एक मरीज के परिजन ने बताया कि इस आपदा के दौर में पहले से ही डॉक्टर्स और अन्य स्वास्थ्य सेवक कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं, जिससे आम मरीज अपनी तकलीफों से परेशान हैं. लोगों ने बताया कि ऐसे स्थिति में अगर ये जांच करने वाले भी अवैध रूप से पैसा बढ़ाकर मांगेंगे तो हम पैसा कहा से लाएंगे.
कलेक्टर ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
ईटीवी भारत ने जब मुख्य चिकित्सा अधिकारी भिंड से की तो उन्होंने शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया, जिसके बाद ईटीवी भारत की टीम ने जिला कलेक्टर को इस मामले की जानकारी दी. जिस पर उन्होंने जल्द ही कार्रवाई का आश्वासन दे दिया.