भिंड। जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बढ़पुरा गांव में एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है. यहां शादी के नाम पर पहले दुल्हन की अदला-बदली की गई और फिर दूल्हे पक्ष को लूटने की योजना बनाई गई थी, हालांकि समय रहते इस गैंग का खुलासा हो गया. लुटेरी दुल्हन का भेद खुलने के बाद उसने जो खुलासे किए, वे बेहद चौंका देने वाले हैं. फिलहाल इस मामले में शिकायत के बाद पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
बता दें कि बड़े पुरा निवासी भगवतीचरण ने अपने बेटे की शादी गोहद निवासी प्रमाण शर्मा बैसांद्र की बेटी के साथ तय की थी. दोनों की 23 दिसंबर को सगाई हुई थी. जिसके बाद 16 जनवरी को वर पक्ष बारात लेकर पहुंचे, जहां वरमाला के समय दुल्हन अलग लगने पर परिवार ने दुल्हन के घरवालों से पूछा, तो सबने यह कहकर टाल दिया कि मेकअप की वजह से दुल्हन अलग दिख रही है.
शादी के बाद पूरा परिवार दुल्हन को घर लेकर आ गया, लेकिन परिवार के लोग उस वक्त दंग रह गए, जब उन्हें मालूम हुआ कि दुल्हन बनकर आई लड़की वो नहीं जिससे उन्होंने अपने बेटे की सगाई करवाई थी, वह तो कोई दूसरी लड़की है जो कोलकता की रहने वाली है.
लुटेरी दुल्हन ने किए खुलासे
नकली दुल्हन बनी युवती का कहना है कि 8 साल पहले वह कोलकाता से अपने प्रेमी के साथ भागकर मुंबई गई थी, जहां कुछ दिन बाद उसके प्रेमी ने उसे बेच दिया. उसके बाद उसे देह व्यापार में शामिल कर लिया गया. कुछ सालों पहले वह इंदौर पहुंची जहां ग्राहकों की डिमांड पर होटलों और घरों में जाती थी.
इसके बाद उसे सेक्स रैकेट के लिए कुख्यात बंटी राठौर के पास ग्वालियर भेजा गया, जहां वह उसके लिए काम करने लगी. उसने बताया कि बंटी राठौर उसे ब्लैकमेल कर काम करा रहा था. वे लोग उसे अक्सर धमकियां देते थे कि अगर वह काम नहीं करेगी तो उसे पुलिस में भेज देंगे, क्योंकि उसके पास कोई भी आईडी नहीं है. साथ ही युवती के कई अश्लील वीडियो भी उनके पास हैं. युवती ने बताया कि उसके साथ दिल्ली, आगरा और कोलकाता से भी कई लड़कियां सेक्स रैकेट में शामिल हैं.
पूछताछ में लुटेरी दुल्हन ने बताया कि उसे शादी के बाद दूल्हे के घर से गहने और नगदी समेटकर ले आने के लिए कहा गया था. इसके बदले में पैसों का लालच भी दिया गया था. साथ ही नकली दुल्हन ने बताया कि मुरैना में पदस्थ बृजेंद्र तोमर नाम का शख्स और उसकी पत्नी दोनों पुलिस में थे. बृजेंद्र तोमर अक्सर जब रैकेट की लड़कियां फंस जाती थी, तो उन्हें निकलवाने का काम करता था और संरक्षण देने के बदले कई बार उस वसूली भी करता था. मामले का खुलासा होने के बाद पीड़ित परिवार ने गोहद थाने में एफआईआर दर्ज कराई है. मामले में दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है.