ETV Bharat / state

ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं बदलने पर दो मरीजों की मौत! मंत्री के स्वागत में जुटे रहे CMHO

भिंड जिला अस्पताल में दो मरीजों की मौत हो गई. पीड़ित परिवारवालों का आरोप है कि ऑक्सीजन खत्म होने के बावजूद भी सिलेंडर नहीं बदला गया, जिससे मरीजों ने दम तोड़ दिया.

two-patients-died-due-to-negligience-of-cmho
सिलेंडर नहीं बदलने पर दो की मौत
author img

By

Published : Apr 26, 2021, 11:22 AM IST

Updated : Apr 26, 2021, 11:36 AM IST

भिंड। जिला अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से लगातार मरीजों की मौत हो रही है, लेकिन ये मौतें कोरोना की वजह से नहीं बल्कि अस्पताल प्रबंधन और सीएमएचओ डॉक्टर अजीत मिश्रा की लापरवाही वजह से हुई हैं, जिसका आरोप पीड़ित परिवार ने लगाया है. रविवार रात एक महिला ने सिर्फ इसलिए दम तोड़ दिया, क्योंकि खत्म हुई ऑक्सीजन का सिलेंडर स्टॉफ ने यह कहते हुए नहीं बदला की जब तक CMHO नहीं कहेंगे, तब तक वे ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं बदलेंगे. इसके बाद सीएमएचओ अस्पताल पहुंचे, लेकिन वह मंत्री ओपीएस भदौरिया की आवभगत में लगे रहे. कई बार फोन करने पर भी उन्होंने फोन नहीं उठाया. नतीजा यह हुआ कि महिला ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया. इस घटना के बाद डॉक्टर अजीत मिश्रा और अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग को लेकर देर रात 12 बजे तक परिजन शव के साथ बैठे रहे. परिजनों की मांग और कांग्रेस प्रवक्ता की दखलंदजी के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की. तीन घंटे बाद एक और बुजुर्ग ने ऑक्सीजन के अभाव में दम तोड़ दिया.

स्टाफ ने कहा- सीएमएचओ के कहने पर बदलेंगे सिलेंडर
गढ़ीगांव में रहने वाले दशरथ प्रजापति की मां की तबियत अचानक रविवार को बिगड़ गई थी. उन्हें तत्काल भिंड लाया गया था. पेट दर्द के साथ सांस लेने में उन्हें तकलीफ होने लगी थी. कोविड की नेगेटिव रिपोर्ट आने के बाद उन्हें शाम छह बजे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. ऑक्सीजन लगाई गई थी, लेकिन आधे घंटे बाद ही ऑक्सीजन सिलेंडर खत्म हो गया था. जब दशरथ ने स्टाफ से ऑक्सीजन सिलेंडर बदलने के लिए कहा, तो एक नर्स ने सिलेंडर बदलने से मना कर दिया. नर्स ने उनसे यह कहा कि जब तक CMHO डॉक्टर अजीत मिश्रा नहीं कहेंगे, तब तक सिलेंडर नहीं बदल पाएंगे. इसके बाद दशरथ द्वारा कई बार CMHO डॉक्टर को कॉल किया गया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया. डेढ़ घंटे तक ऑक्सीजन नहीं लग पाने की वजह से महिला ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया.

सिलेंडर नहीं बदलने पर दो की मौत
मंत्री की आवभगत में लगे रहे सीएमएचओजिस दौरान यह पूरा घटनाक्रम चल रहा था, उस वक्त CMHO जिला अस्पताल का मुआयना करने पहुंचे प्रभारी मंत्री ओपीएस भदौरिया के साथ सिविल सर्जन कार्यालय में मीटिंग में व्यस्त थे. मृतिका के परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने मंत्री की आवभगत के चलते उनका फोन नहीं उठाया, जिसकी वजह से उनके मरीज की मौत हो गई. इस लापरवाही के लिए अस्पताल प्रबंधन के साथ ही डॉक्टर अजीत मिश्रा भी जिम्मेदार है.


कोरोना मरीज की मौत पर हंगामा, परिजन, डॉक्टर्स और पुलिसकर्मी आपस में भिड़े


कांग्रेसी प्रवक्ता ने की कमलनाथ से बात, तब हुई FIR
जब काफी समय तक सुनवाई नहीं हुई, तो उन्होंने कांग्रेस प्रवक्ता डॉक्टर अनिल भारद्वाज से सम्पर्क किया. रात करीब 12 बजे जिला अस्पताल पहुंचे भारद्वाज ने सीधे पूर्व CM कमलनाथ और पूर्व गृहमंत्री बाला बच्चन से इस पूरे मामले को लेकर चर्चा की. तब जाकर कहीं CSP आनंद राय और कोतवाली थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ जिला अस्पताल पहुंचे. मामले में डॉक्टर मिश्रा और अस्पताल प्रबंधन पर FIR दर्ज कराई गई. पुलिस का कहना है कि परिजनों की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है. फिलहाल मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

रात तीन बजे फिर एक मरीज ने तोड़ा दम
रात करीब 3 बजे एक और मरीज की मौत हो गई. उनको भी ऑक्सीजन होने के बावजूद ऑक्सीजन नहीं मिल सकी. मृतक के परिजनों के मुताबिक, उनके मरीज को सांस लेने में तकलीफ होने की शिकायत थी. इसको लेकर कई बार नर्सिंग स्टाफ से ऑक्सीजन लगाने की गुहार लगाई गई, लेकिन स्टाफ ने ऑक्सीजन लगाने से मना कर दिया.

भिंड। जिला अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से लगातार मरीजों की मौत हो रही है, लेकिन ये मौतें कोरोना की वजह से नहीं बल्कि अस्पताल प्रबंधन और सीएमएचओ डॉक्टर अजीत मिश्रा की लापरवाही वजह से हुई हैं, जिसका आरोप पीड़ित परिवार ने लगाया है. रविवार रात एक महिला ने सिर्फ इसलिए दम तोड़ दिया, क्योंकि खत्म हुई ऑक्सीजन का सिलेंडर स्टॉफ ने यह कहते हुए नहीं बदला की जब तक CMHO नहीं कहेंगे, तब तक वे ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं बदलेंगे. इसके बाद सीएमएचओ अस्पताल पहुंचे, लेकिन वह मंत्री ओपीएस भदौरिया की आवभगत में लगे रहे. कई बार फोन करने पर भी उन्होंने फोन नहीं उठाया. नतीजा यह हुआ कि महिला ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया. इस घटना के बाद डॉक्टर अजीत मिश्रा और अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग को लेकर देर रात 12 बजे तक परिजन शव के साथ बैठे रहे. परिजनों की मांग और कांग्रेस प्रवक्ता की दखलंदजी के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की. तीन घंटे बाद एक और बुजुर्ग ने ऑक्सीजन के अभाव में दम तोड़ दिया.

स्टाफ ने कहा- सीएमएचओ के कहने पर बदलेंगे सिलेंडर
गढ़ीगांव में रहने वाले दशरथ प्रजापति की मां की तबियत अचानक रविवार को बिगड़ गई थी. उन्हें तत्काल भिंड लाया गया था. पेट दर्द के साथ सांस लेने में उन्हें तकलीफ होने लगी थी. कोविड की नेगेटिव रिपोर्ट आने के बाद उन्हें शाम छह बजे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. ऑक्सीजन लगाई गई थी, लेकिन आधे घंटे बाद ही ऑक्सीजन सिलेंडर खत्म हो गया था. जब दशरथ ने स्टाफ से ऑक्सीजन सिलेंडर बदलने के लिए कहा, तो एक नर्स ने सिलेंडर बदलने से मना कर दिया. नर्स ने उनसे यह कहा कि जब तक CMHO डॉक्टर अजीत मिश्रा नहीं कहेंगे, तब तक सिलेंडर नहीं बदल पाएंगे. इसके बाद दशरथ द्वारा कई बार CMHO डॉक्टर को कॉल किया गया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया. डेढ़ घंटे तक ऑक्सीजन नहीं लग पाने की वजह से महिला ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया.

सिलेंडर नहीं बदलने पर दो की मौत
मंत्री की आवभगत में लगे रहे सीएमएचओजिस दौरान यह पूरा घटनाक्रम चल रहा था, उस वक्त CMHO जिला अस्पताल का मुआयना करने पहुंचे प्रभारी मंत्री ओपीएस भदौरिया के साथ सिविल सर्जन कार्यालय में मीटिंग में व्यस्त थे. मृतिका के परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने मंत्री की आवभगत के चलते उनका फोन नहीं उठाया, जिसकी वजह से उनके मरीज की मौत हो गई. इस लापरवाही के लिए अस्पताल प्रबंधन के साथ ही डॉक्टर अजीत मिश्रा भी जिम्मेदार है.


कोरोना मरीज की मौत पर हंगामा, परिजन, डॉक्टर्स और पुलिसकर्मी आपस में भिड़े


कांग्रेसी प्रवक्ता ने की कमलनाथ से बात, तब हुई FIR
जब काफी समय तक सुनवाई नहीं हुई, तो उन्होंने कांग्रेस प्रवक्ता डॉक्टर अनिल भारद्वाज से सम्पर्क किया. रात करीब 12 बजे जिला अस्पताल पहुंचे भारद्वाज ने सीधे पूर्व CM कमलनाथ और पूर्व गृहमंत्री बाला बच्चन से इस पूरे मामले को लेकर चर्चा की. तब जाकर कहीं CSP आनंद राय और कोतवाली थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ जिला अस्पताल पहुंचे. मामले में डॉक्टर मिश्रा और अस्पताल प्रबंधन पर FIR दर्ज कराई गई. पुलिस का कहना है कि परिजनों की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है. फिलहाल मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

रात तीन बजे फिर एक मरीज ने तोड़ा दम
रात करीब 3 बजे एक और मरीज की मौत हो गई. उनको भी ऑक्सीजन होने के बावजूद ऑक्सीजन नहीं मिल सकी. मृतक के परिजनों के मुताबिक, उनके मरीज को सांस लेने में तकलीफ होने की शिकायत थी. इसको लेकर कई बार नर्सिंग स्टाफ से ऑक्सीजन लगाने की गुहार लगाई गई, लेकिन स्टाफ ने ऑक्सीजन लगाने से मना कर दिया.

Last Updated : Apr 26, 2021, 11:36 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.